CM जयराम ने कैबिनेट में फेरबदल के दिए संकेत, वीरभद्र के इस्तीफा मांगने पर दिया ये जवाब

punjabkesari.in Thursday, May 23, 2019 - 07:44 AM (IST)

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने संकेत दिया है कि प्रदेश मंत्रिमंडल में शीघ्र फेरबदल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल के सारे विकल्प खुले हुए हैं। उन्होंने नई दिल्ली प्रवास से लौटने के बाद अपने सरकारी आवास ओकओवर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही। शिमला दुष्कर्म मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की तरफ से मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगे जाने को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वह वीरभद्र सिंह के हर सवाल का जवाब देना जरूरी नहीं समझते।

संवेदनशील मामलों पर पूरी जिम्मेदारी के साथ बात करें वीरभद्र

उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह वरिष्ठ नेता हैं और वह उनका सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें संवेदनशील मामलों पर पूरी जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले की पूरी जांच कर रही है वह इसे प्रभावित करने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि यदि वीरभद्र सिंह के पास इस मामले से जुड़े कोई तथ्य हैं, तो सामने लाएं, ताकि उसकी जांच हो सके।

पूरी तरह से बौखला गए हैं आश्रय शर्मा

मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा की तरफ से सिराज विधानसभा क्षेत्र में बूथ कैप्चरिंग के लगाए गए आरोप निराधार हैं। इस तरह के आरोपों को लगाना सिराज की जनता का अपमान है। उन्होंने कहा कि सिराज विधानसभा क्षेत्र की जागरूक जनता ने मतदान में बढ़-चढ़कर भाग लिया है, जिससे आश्रय शर्मा पूरी तरह से बौखला गए हैं। नरेंद्र मोदी ने अपने 5 साल के कार्यकाल में महिलाओं, गरीबों, पिछड़े वर्गों, किसानों तथा समाज के उपेक्षित वर्ग के कल्याण के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। केंद्र सरकार के 5 वर्ष कांग्रेस पार्टी के करीब 6 दशक के कार्यकाल पर भारी पड़े हैं।

विघटनकारी ताकतों को जनता ने नकारा

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने विघटनकारी ताकतों को पूरी तरह से नकार दिया है।  चुनाव से पहले एग्जिट पोल इसी तरफ संकेत कर रहे हैं कि भाजपा को देश में प्रचंड बहुमत मिलेगा और नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि ई.वी.एम. को लेकर विपक्ष के सभी आरोपों को खारिज कर दिया गया है। ई.वी.एम. को लेकर तो सुप्रीम कोर्ट और केंद्रीय चुनाव आयोग ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट की है।

विपक्ष कर रहा रोने की रिहर्सल

उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव परिणाम आने से पहले ही उसके नेता रोने की रिहर्सल कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि जब कांग्रेस मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव जीती तो कांग्रेस ने ई.वी.एम. पर सवाल नहीं उठाए। अब जबकि नरेंद्र मोदी फिर से भारी बहुमत से सत्ता में वापसी करते नजर आ रहे हैं तो विपक्ष को ई.वी.एम. में खराबी नजर आ रही है।

देश में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहा विपक्ष

उन्होंने आरोप लगाया कि है विपक्षी दल देश में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की तरफ से हथियार उठाने और खून की नदियां बहाने जैसे बयान आना आपत्तिजनक हैं। विपक्ष अपनी संभावित हार को देखते हुए हताशा में आकर इस तरह अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी दल के नेताओं को सुझाव दिया कि वे सम्मानजनक तरीके से और विनम्रता के साथ अपनी हार स्वीकार करें, क्योंकि स्वस्थ लोकतंत्र की यही परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी 3 से ज्यादा जनहित याचिकाओं को संज्ञान लेने के बाद चुनावी प्रक्रिया को अंतिम स्वरूप दिया है। उन्होंने कहा कि ई.वी.एम. को लेकर विपक्ष के आरोप निराधार एवं हताशा का परिणाम हैं।

मुख्यमंत्री को आराम करने की सलाह

मुख्यमंत्री ने अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान चुनाव प्रचार के दौरान फै्रक्चर हुए अपने पांव की जांच भी करवाई। इस दौरान उनके पांव में प्लास्टर चढ़ाया गया है, जिसे 2 से 3 सप्ताह के अंतराल पर बाद हटाया जाएगा, ऐसे में डाक्टरों ने उन्हें आराम करने विशेषकर अधिक चलने-फिरने में एहतियात बरतने की सलाह दी है।


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Vijay

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