मां के परिश्रम की जीत: सिलाई मशीन से संवारा बच्चाें का भविष्य, 2 बेटियाें के बाद अब बेटा भी पुलिस में भर्ती
punjabkesari.in Sunday, Oct 19, 2025 - 06:50 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): कहते हैं कि अगर लगन सच्ची हो तो कोई भी बाधा आपको मंजिल तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। इस कहावत को पालमपुर के वालिया परिवार ने सच कर दिखाया है, जहां एक मां के अटूट संघर्ष ने अपने तीनों बच्चों के भविष्य को स्वर्णिम बना दिया। घर पर सिलाई मशीन चलाकर बच्चों को पढ़ाने वाली मां की मेहनत रंग लाई है और आज उनकी दो बेटियों के बाद बेटा भी पुलिस विभाग का हिस्सा बन गया है।
जानकारी के अनुसार वालिया परिवार पर दुखों का पहाड़ वर्ष 2013 में टूट पड़ा था, जब परिवार के मुखिया का निधन हो गया। इसके बाद तीनों बच्चों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी उनकी मां पर आ गई। आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और घर पर ही कपड़ों की सिलाई का काम शुरू किया। दिन-रात परिश्रम कर उन्होंने न केवल घर चलाया, बल्कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी कोई कमी नहीं आने दी।
उनकी मेहनत का पहला फल 2018 में मिला, जब बड़ी बेटी साक्षी वालिया पुलिस कांस्टेबल के पद पर चयनित हुईं। बहन को खाकी वर्दी में देखकर छोटी बहन दीपिका वालिया भी प्रेरित हुईं और उन्होंने 2021 में पुलिस भर्ती में सफलता प्राप्त की।
दोनों बहनों की सफलता ने भाई गौरव वालिया के मन में भी देश सेवा का जज्बा जगाया। हाल ही में घोषित पुलिस भर्ती परीक्षा के परिणाम में गौरव वालिया ने भी सफलता हासिल की है। तीनों भाई-बहन अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी माँ के त्याग और कठोर परिश्रम को देते हैं।
स्थानीय निवासी मदन ने बताया कि इस परिवार ने साबित कर दिया है कि सच्ची मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। इन बच्चों ने अपनी मां के संघर्ष को सार्थक कर दिखाया है और आज यह पूरा परिवार समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गया है।