Shimla: एचआरटीसी पैंशनर्ज के हाल बेहाल, माह बीतने पर भी नहीं मिली अगस्त की पैंशन
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 06:36 PM (IST)

शिमला (राजेश): सरकार व निगम प्रबंधन की खराब वित्तीय स्थिति के कारण एचआरटीसी पैंशनर्ज को एक साथ पैंशन नहीं मिली है। 30 तारीख बीत जाने के बाद भी प्रदेश के सैंकड़ों पैंशनर्ज अगस्त माह की पैंशन से महरूम हैं। पैंशन न मिलने से सैंकड़ों पैंशनर्ज सरकार व निगम प्रबंधन से नाराज हैं। दूसरी ओर निगम प्रबंधन अपनी वित्तीय स्थिति का रोना रो रहा है और प्रबंधन ने पैंशन जारी करने के लिए राइडर लगा दिया। निगम के पास जो बजट था उसे 65 वर्ष से अधिक आयु के पैंशनर्ज को मासिक पैंशन जारी कर दी।
हालांकि यह पैंशन शिमला, मंडी सहित कुछेक स्थानों पर ही मिली। कुछ को पैंशन मिली ही नहीं भले ही उनकी उम्र 65 से अधिक क्यों न हो गई है। निगम प्रबंधन के इस रवैये से पैंशनर्ज में भारी रोष उत्पन्न हो गया और अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। 15 अक्तूबर को पैंशनर्ज अपनी मांगों को लेकर निगम मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद पैंशनर्ज सचिवालय जाएंगे, वहां पर भी प्रदर्शन करेंगे। प्रदेशभर से पैंशनर्ज भाग लेंगे।
सरकार को चेतावनी, चालक-परिचालकों से मांगा सहयोग
पथ परिवहन पैंशनर्ज कल्याण संगठन के राज्य प्रांतीय प्रधान देवराज ठाकुर, अध्यक्ष केसी चौहान, अतिरिक्त महासचिव राजेंद्र ठाकुर, प्रैस सचिव देवेंद्र चौहान ने चालक-परिचालक सहित अन्य यूनियनों का भी सहयोग मांगा है। पैंशनर्ज ने सरकार को चेतावनी दी कि उनकी मांगों को नहीं माना जाता तो वे आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को तेज करेंगे। इससे पहले 26 सितम्बर को भी उन्होंने निगम मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया था।
ये भी लगाए आरोप
पैंशनर्ज का आरोप है कि उन्हें पिछले करीब एक साल से समय पर पैंशन नहीं मिल रही है, जिससे पैंशनर्ज को हर माह पैंशन के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में उन्हें घर चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पैंशनर्ज का कहना है कि समय पर पैंशन का भुगतान न होने से उन्हें रोजमर्रा के खर्चों, दवाइयों और परिवार का निर्वाह करने में कठिनाई हो रही है। अगस्त महीने में भी पैंशनर्ज को 30 तारीख को मासिक पैंशन मिली थी।
8500 पैंशनर्ज के लिए निगम को हर महीने 23.50 करोड़ की जरूरत
निगम को हर महीने 23.50 करोड़ मासिक पैंशन के लिए चाहिए। पैंशनर्ज की संख्या करीब 8500 है। सरकार हर महीने निगम को ग्रांट इन एड जारी करती है। इस महीने 56 करोड़ का बजट सरकार ने निगम को दिया था। इसमें से 46 करोड़ वेतन पर खर्च हो गए हैं। निगम ने सरकार से 12.60 करोड़ की अतिरिक्त ग्रांट मांगी थी, लेकिन सरकार ने केवल एक करोड़ दिया। निगम ने यह बजट वापस कर अतिरिक्त ग्रांट मांगी है ताकि पैंशनर्ज की मासिक पैंशन जारी की जा सके।
जैसे ही ग्रांट आएगी पैंशन जारी होगी
प्रबंध निदेशक एचआरटीसी डा. निपुण जिंदल का कहना है कि प्रदेश सरकार से अतिरिक्त ग्रांट की मांग की गई है। अभी तक ग्रांट जारी नहीं की गई है। इसके चलते समय पर पैंशन जारी नहीं हो सकी है। जैसे ही ग्रांट आएगी पैंशन जारी कर दी जाएगी।