Shimla: खस्ताहाल सड़क के चलते खुशहाला मंदिर जाने में परेशान हो रहे श्रद्धालु
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 01:00 PM (IST)

शिमला, (ब्यूरो): शोघी से लगते खुशहाला महावीर मंदिर (बड़ा ठाकुरद्वारा) में शारदीय नवरात्रों के दौरान बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को शोघी-लागड़-खुशहाला मंदिर सड़क के खस्ताहाल होने के कारण परेशानी हो रही है। बरसात के कारण जहां सड़क कई जगह धंस गई है, वहीं बहुत से स्थानों पर सड़क गड्ढों में तबदील हो गई है।
मंदिर समिति के महासचिव प्रेम ठाकुर ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़क को नवरात्रों से पहले ठीक करने का आग्रह किया गया था लेकिन इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कई जगह सड़क की पुलियां बंद हैं, जिससे बरसात के दिनों में पानी लोगों के घरों में भी घुसा है। उन्होंने कहा कि नवरात्रों में श्रीराम कथा को सुनने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है।
बिना विवेक मनुष्य का रावण की तरह हो जाता है सर्वनाश
शोघी से लगते खुशहाला महावीर मंदिर (बड़ा ठाकुरद्वारा) में शरद नवरात्रों पर आयोजित श्रीराम कथा में प्रवचन देते हुए वृंदावन से आए सनकादिक पीठाधीश स्वामी वासुदेव शरण ने अंगद के लंका में पैर जमाने की कथा को सुनाया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने लंका विजय से पहले रावण को संधि के कई प्रस्ताव भेजे, जिसमें बाली पुत्र अंगद को भी दूत बनाकर भेजा गया।
अंगद जब लंका गए तो उन्होंने बीच सभा में अपना पैर जमा दिया, जिसे योद्धा हिला तक नहीं पाए। इस दौरान अंगद ने रावण को भगवान श्रीराम की शरण में जाने और माता सीता को सकुशल लौटाने की बात कही, लेकिन वह नहीं माना। उन्होंने कहा कि यह कथा हमें बताती है कि जब व्यक्ति के विवेक का नाश हो जाता है, तो वह रावण की तरह अपने साथ अपने कुल का भी सर्वनाश कर बैठता है।