CM जयराम बोले-एक लाख तक के KCC ऋणों पर न ली जाए गारंटी

punjabkesari.in Tuesday, Oct 09, 2018 - 11:25 PM (IST)

शिमला: सूबे के बैंकों के पास 1.05 लाख करोड़ रुपए की जमा पूंजी है। इसमें से 37,400 करोड़ रुपए के ऋण हैं। बैंकों को ऋण-जमा अनुपात बढ़ाने की जरू रत है क्योंकि राज्य में ऋ ण-जमा अनुपात 35.47 प्रतिशत है जबकि इसकी राष्ट्रीय औसत 75.64 प्रतिशत है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य स्तरीय बैंकर्ज सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने बैंकों को ऋण-जमा अनुपात बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक लाख रुपए से कम के के.सी.सी. ऋणों पर गारंटी लेने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए बैंकों को किसानों के के.सी.सी. कवरेज का विस्तार करना चाहिए। जून 2018 तक बैंकों ने 6193.96 लाख के ऋण 4.34 लाख किसानों को किसान क्रैडिट कार्ड योजना के तहत प्रदान किए हैं।

संस्थागत ऋण के लिए अनुकूल माहौल करना होगा तैयार
उन्होंने कहा कि लोगों को संस्थागत ऋण उपलब्ध करवाने के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना होगा। बैंकों को लक्षित क्षेत्र कृषि, पर्यटन, बागवानी, सेवा क्षेत्रों में समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए ऋ ण-जमा अनुपात को बढ़ावा देना चाहिए। अनुप्रासंगिक मुक्त ऋण के लिए तथा ऋण गारंटी कवरेज प्रदान करने के लिए क्रैडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर मीडिया एंड स्मॉल इंटरप्रन्योर सी.जी.टी.एम.एस.ई. के पूर्वावलोकन के तहत राज्य में सहकारी बैंक लाने के प्रयास किए जाएंगे।

ऋण प्रदान करने की जटिल प्रक्रियाओं और दस्तावेजों को सरल बनाएं
उन्होंने कहा कि बैंकों को ऋण प्रदान करने के लिए जटिल प्रक्रियाओं और दस्तावेजों को सरल बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि परिवारों के एक बड़े अनुपात में ऋण प्राप्ति के लिए गैर संस्थागत स्रोतों का उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि केवल 46.51 प्रतिशत परिवारों ने ही नए संस्थागत ऋणों का विकल्प चुना है। इसलिए बैंकों को वित्त उपलब्ध करवाने के लिए आसान व सरल प्रक्रियाएं अपनानी चाहिए।

स्वयं सहायता समूहों, किसान संघों का लें सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को ऋण लेने को प्रेरित करने के लिए सहकारी समितियों जैसे स्वयं सहायता समूहों, किसान संघों आदि का सहयोग लेना चाहिए। बैंकों को आवश्यकता आधारित ऋण और अन्य सुविधाएं प्रदान करके लघु व सूक्ष्म औद्योगिक इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए भी आगे आना चाहिए। राज्य स्तरीय बैंकर्ज सम्मेलन के संयोजक व यूको बैंक के महाप्रबंधक विवेक कौल तथा भारतीय रिजर्व बैंक के प्रोफैसर सतीश वर्मा ने इस अवसर पर प्रस्तुति दी। इस मौके पर प्रदेश सरकार के कई आला आलाधिकारी मौजूद रहे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vijay

Recommended News

Related News