Shimla: आय से अधिक संपत्ति मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, असिस्टैंट ड्रग कंट्रोलर निशांत सरीन गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 10:51 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन विभाग में तैनात सहायक औषधि नियंत्रक निशांत सरीन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को ईडी जांच टीम ने यह कार्रवाई अमल में लाई। गिरफ्तारी के बाद निशांत सरीन को शिमला स्थित ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 4 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। सूत्रों के अनुसार ईडी ने सरीन को पूछताछ के लिए तलब किया था। इसी कड़ी में पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 

गौरतलब है कि ईडी ने बीते जून माह में सरीन, उनके परिवार और सहयोगियों के हरियाणा, पंजाब और हिमाचल स्थित परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था। तलाशी के दौरान ईडी ने दवा लाइसैंस, फार्मा कंपनियों से जुड़ी फाइलें, संपत्ति दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए थे, साथ ही 2 लग्जरी वाहन, 40 से अधिक बैंक खाते, एफडी और 3 लॉकर फ्रीज किए गए थे। इस दौरान चंडीगढ़ स्थित एक आवास से 60 से अधिक अवैध शराब की बोतलें भी बरामद हुई थीं। यह कार्रवाई सरीन के सहायक औषधि नियंत्रक बद्दी के रूप में तैनात रहते हुए व्यक्तिगत लाभ और भ्रष्टाचार और रिश्वत के लिए आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने से संबंधित एक मामले की गई थी। ईडी निशांत सरीन व अन्यों के खिलाफ विजिलैंस द्वारा वर्ष 2019 में दर्ज किए गए मामले केे तहत जांच अमल में ला रही है। गौर हो कि हरियाणा पुलिस ने वर्ष 2022 में निशांत सरीन और उनकी एक सहयोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। ऐसे में आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

विजिलैंस की जांच में भी कई खुलासे
विजिलैंस भी निशांत सरीन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रही है। इस दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। कई संपत्तियों की जानकारियां भी जुटाई जा चुकी हैं। जांच में सामने आया है कि वर्ष 2019 के बाद भी निशांत सरीन ने कई संपत्तियां खरीदी हैं।

सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला : सत्ती
उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता सतपाल सिंह सत्ती ने निशांत सरीन की गिरफ्तार पर सत्ताधारी दल के नेताओं को घेरा है। उन्होंने कहा कि सदन में भी उन्होंने भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों का मसला उठाया था, लेकिन सरकार ने उसे गंभीरता से नहीं लिया तथा अधिकारी का बचाव किया, ऐसे में अब सरकार बताए कि उक्त अधिकारी को धर्मशाला में किसके कहने पर तैनात किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और ऐसे अधिकारियों को संरक्षण दिया जा रहा है।


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Vijay

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