विश्व की दूसरी सबसे ऊंची सड़क बनाने को मिली मंजूरी, 95 किलोमीटर घटेगी शिमला से काजा की दूरी

punjabkesari.in Sunday, Nov 28, 2021 - 11:09 PM (IST)

शिमला (देवेंद्र): केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने किन्नौर में विश्व की दूसरी सबसे अधिक ऊंचाई पर सड़क बनाने के लिए एफसीए के तहत सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब मुद-भावा-पिन वैली सड़क बनने का रास्ता साफ हो गया है। राज्य के पीडब्ल्यूडी महकमे द्वारा पैसे जमा कराते ही केंद्र से फाइनल अप्रूवल मिल जाएगी। इस सड़क के बनने से शिमला से काजा की दूरी तकरीबन 95 किलोमीटर कम होगी। इससे न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि इंडो-चाइना बॉर्डर पर तैनात आईटीबीपी के जवानों को भी फायदा होगा।

अतारगो-वांगतू सड़क समुद्र तल से 4876 मीटर की ऊंचाई पर बनने वाली विश्व की दूसरी सबसे ऊंची सड़क होगी। इससे पहले लेह में (नोबरा रोड) 5387 मीटर ऊंचाई पर सड़क बनी है। किन्नौर में वाया भावा बनने वाली सड़क 5 से 6 माह तक ही आवाजाही के लिए खुली रहेगी क्योंकि अधिक ऊंचाई होने के कारण पिन व भावा वैली में भारी हिमपात होता है। इससे यह क्षेत्र 6 से 7 माह तक बर्फ से ढक जाता है। ऐसे में लोगों को वैकल्पिक मार्ग वाया समदो होते हुए शिमला-काजा आना-जाना होता है।

किन्नौर के अतारगो से मुद वैली तक सरकार पहले ही 33.500 किलोमीटर लंबी सड़क बना चुकी है। इससे आगे 28.430 किलोमीटर क्षेत्र में वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी और 6.710 किलोमीटर क्षेत्र में फोरैस्ट एरिया है। इस सड़क पर करीब 155 मीटर क्षेत्र निजी भूमि है। निजी भूमि की विभाग ने लोगों से एनओसी ले रखी है। पिन वैली वाइल्ड लाइफ  सैंक्चुरी के कारण नैशनल वाइल्ड लाइफ  बोर्ड और स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड पहले ही पिन वैली होते हुए वांगतू तक सड़क बनाने को मंजूरी दे चुका है। फोरैस्ट एरिया होने के कारण दो साल से एफसीए का इंतजार हो रहा था। फाइनल एफसीए मिलते ही सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस सड़क पर काम शुरू होगा।

432 से घटकर 337 किलोमीटर रह जाएगी शिमला से काजा की दूरी

अभी शिमला से काजा की दूरी 432 किलोमीटर है, जो वाया मुद-भावा सड़क बनने के बाद 337 किलोमीटर रह जाएगी। एनएच-5 पर प्रस्तावित इस नई सड़क की कुल लंबाई 106.330 किलोमीटर होगी। इसमें 61.930 किलोमीटर लंबी सड़क काजा डिवीजन और 44 किलोमीटर लंबी सड़क कड़छम डिवीजन के तहत बनेगी। इस सड़क का निर्माण 43.7 हैक्टेयर क्षेत्र में किया जाना है। इसके लिए 381 पेड़ काटे जाने है।

पर्यटन को लगेंगे पंख

मुद-भावा-पिन वैली सड़क के बनने के बाद मलिंग नाला में बार-बार होने वाला भूस्खलन भी बाधा नहीं बनेगा और क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि पिन वैली वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी को देखने के लिए हर साल दुनियाभर से लाखों लोग आते हैं। इसी तरह से किन्नौर में कई रमणीय पर्यटन स्थल हैं। वाया भावा सड़क बनने से किन्नौर में पर्यटन को भी पंख लगेंगे।

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Content Writer

Vijay

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