Mandi: आपदा के 34 दिन बाद भी बंद पड़ी सड़क, पालकी में बिठाकर सड़क तक पहुंचाया मरीज
punjabkesari.in Monday, Aug 04, 2025 - 07:34 PM (IST)

थुनाग/मंडी (ब्यूरो): सराज विधानसभा क्षेत्र में थुनाग-केलटी सड़क पिछले 34 दिनों से बंद पड़ी है, जिससे जैंशला, सोवली और शीलहिबागी पंचायतों के हजारों ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं। 30 जून को हुई भारी बारिश और भूस्खलन के बाद से यह सड़क लगातार बंद है। सड़क बंद होने के कारण ग्रामीणों को रोजमर्रा की जरूरी चीजें लाने के लिए 8 से 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। सबसे गंभीर समस्या स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर है। बीमारों को पालकी में उठाकर खड़ी चढ़ाई से मुख्य सड़क तक लाया जा रहा है। हाल ही में दोघरी गांव के एक व्यक्ति की अचानक तबीयत बिगड़ने पर ग्रामीणों को उसे करीब 3 किलोमीटर कठिन चढ़ाई चढ़कर पालकी में ले जाना पड़ा, जिसके बाद ही उसे अस्पताल पहुंचाया जा सका।
उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे एम्स बिलासपुर रैफर किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की इस नाकामी के कारण ऐसी घटनाएं अब आम हो गई हैं। जैंशला पंचायत प्रधान और स्थानीय जनता ने प्रशासन, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता से मांग की है कि इस सड़क को शीघ्र खोला जाए, भारी मशीनरी लगाकर कार्य में तेजी लाई जाए और सड़क बंद रहने के कारण हुई कृषि और स्वास्थ्य क्षति के लिए विशेष राहत योजना बनाई जाए।
मशीनरी की कमी के कारण सड़क अब तक बहाल नहीं
ग्रामीणों झाबे राम, इंद्र सिंह, शेर सिंह, मान सिंह, मेघ सिंह, चूड़ामणि, डोले राम और चमन लाल कहा कि इस सड़क को खोलने की लगातार मांग के बावजूद पीडब्ल्यूडी ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। उनका कहना है कि विभाग की लेटलतीफी और मशीनों की कमी के कारण सड़क अब तक बहाल नहीं हो सकी है।
किसानों को आर्थिक नुक्सान
सड़क बंद होने का सीधा असर किसानों की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ रहा है। गांव भेंचड़ी, सोबली और केलटी जैसे गांवों में किसानों की टमाटर, भिंडी और बैंगन जैसी नकदी फसलें खेतों में तैयार खड़ी हैं, लेकिन वे उन्हें बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। भारी बारिश और सड़क न खुलने के कारण कई जगहों पर फसलें सड़ने लगी हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुक्सान हो रहा है।