Himachal: सरकार की पहल से मंडी के युवाओं का विदेश जाने का सपना हुआ साकार, UAE में मिली लाखों की नौकरी
punjabkesari.in Sunday, Dec 21, 2025 - 12:16 PM (IST)
मंडी (रजनीश): पहाड़ के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार की नई नीति रंग लाने लगी है। मंडी जिले की बल्ह घाटी के बाल्ट गांव के रहने वाले दीपक चंदेल जैसे कई युवाओं का विदेश में नौकरी करने का सपना अब साकार हो गया है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे दीपक, जो अब तक छोटे-मोटे कार्य कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में बाइक राइडर के तौर पर कार्य करेंगे और अच्छी कमाई कर सकेंगे। यह सब संभव हुआ है मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की उस पहल से, जिसके तहत राज्य सरकार युवाओं को विदेशों में सुरक्षित और सम्मानजनक रोजगार उपलब्ध करवा रही है।
दीपक चंदेल ने जताया आभार
दीपक चंदेल का विदेश जाने का सपना आर्थिक अभावों के चलते असंभव सा लग रहा था, मगर मंडी रोजगार कार्यालय में हुए साक्षात्कार ने उनकी किस्मत के दरवाजे खोल दिए। बाइक राइडर के रूप में चयन होने के बाद दीपक ने राहत की सांस ली। उनका कहना है कि जहां पहले युवा अपने रिस्क और खर्च पर विदेश जाते थे, वहीं अब सरकार की मदद से यह राह आसान और सुरक्षित हो गई है। दीपक ने उम्मीद जताई है कि अब वे अपने परिवार का भरण-पोषण बेहतर ढंग से कर पाएंगे।
दीपक ने इस जनहितकारी नीति के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है।
ठगी से मुक्ति और सुरक्षा की गारंटी
मुख्यमंत्री की इस पहल का सबसे बड़ा उद्देश्य फर्जी एजैंटों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी को रोकना है। विदेश मंत्रालय के नियमों के तहत हिमाचल प्रदेश राज्य इलैक्ट्रॉनिक्स विकास निगम के माध्यम से यह भर्तियां पूरी पारदर्शिता के साथ की जा रही हैं। यह प्रोजेक्ट पायलट आधार पर कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना और मंडी में शुरू किया गया है। खास बात यह है कि चयनित युवाओं को विदेश में किसी भी समस्या पर वहां स्थित भारतीय दूतावास से मदद की सुविधा भी मिलेगी।
भूपेंद्र और फरजंद अली ने भी की सराहना
पधर क्षेत्र के सरी गांव के भूपेंद्र कुमार, जिनका चयन वेयरहाऊस हैल्पर के पद पर हुआ है, ने भी सरकार का धन्यवाद किया। 12वीं पास भूपेंद्र अब विदेश में काम कर बेहतर आय अर्जित कर सकेंगे। वहीं, ग्राम पंचायत बथेरी के फरजंद अली ने कहा कि उनके बेटे का चयन बाइक राइडर के लिए हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार की भागीदारी से सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है। यह पहली बार है जब सरकार युवाओं को विदेश भेजने के लिए इतना सराहनीय कदम उठा रही है।
70 हजार से 1 लाख रुपए तक का वेतन
क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी अक्षय कुमार ने जानकारी दी कि मंडी में हुए साक्षात्कार में बाइक राइडर पद के लिए 44 और वेयरहाऊस हैल्पर के लिए 5 युवाओं का चयन हुआ है। बाइक राइडर काे मासिक वेतन 70 हजार से 1 लाख रुपए (टिप और कमीशन सहित) और वेयरहाऊस हैल्पर काे मासिक वेतन लगभग 34 हजार रुपए मिलेगा। इसके अलावा, चयनित युवाओं को आवास और यातायात की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। सरकार की इस योजना से स्पष्ट है कि हिमाचल के युवाओं को अब रोजगार के लिए केवल प्रदेश तक सीमित रहने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि वे सरकारी सुरक्षा के साथ विदेशों में भी अपना भविष्य संवार सकते हैं।

