Shimla: अढ़ाई वर्षों से TGT कैडर से मुख्य अध्यापकों की नहीं हुई पदोन्नति

punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 10:00 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित कला अध्यापक संघ ने मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की है। प्रदेश प्रधान सुरेश कौशल ने जारी बयान में कहा कि प्रदेश में अढ़ाई वर्षों से टीजीटी कैडर से मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति नहीं हुई है, जबकि कई बार विभाग ने साल में दो बार सूची भी निकाली है।

कौशल का कहना है कि स्कूलों में लंबे समय तक स्कूल प्रमुखों के पद खाली रहे तो पढ़ाई और छात्रों के विकास में बाधा पड़ती है। उन्होंने कहा कि टीजीटी अध्यापकों का 28 वर्ष की सेवा काल में पदोन्नति से वंचित रह जाना चिंता की बात है। स्कूलों में मुख्याध्यापकों के 300 से ज्यादा पद रिक्त चल रहे हैं। पदोन्नति से संबंधित विभागीय पदोन्नति समिति की प्रक्रिया जुलाई महीने में पूरी हो गई है, लेकिन पदोन्नति नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि टीजीटी कैडर में 25000 से ज्यादा शिक्षक हैं। यह शिक्षा विभाग की आधारशिला है।

उन्होंने कहा कि टीजीटी कैडर के अध्यापक, सह-शैक्षिक गतिविधियों में बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करते हैं तथा अभिभावकों व प्रशासन के साथ समन्वय बनाए रखना एवं विद्यार्थियों के शैक्षणिक और सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने का कार्य करते हैं। ऐसे में इन अध्यापकों को पदोन्नति से वंचित करना मौलिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और शिक्षा सचिव से मांग की है कि मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति सूची को शीघ्र जारी किया जाए।


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Content Writer

Kuldeep

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