Shimla: ग्रामीण विकास विभाग में फर्जी दस्तावेज व झूठे हस्ताक्षर का मामला दर्ज

punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 06:18 PM (IST)

शिमला (संतोष): ग्रामीण विकास विभाग में फर्जी दस्तावेज तैयार करने और झूठे हस्ताक्षर कर धोखाधड़ी का प्रयास करने के गंभीर मामले में अब पुलिस थाना छोटा शिमला में एक और मुकद्दमा दर्ज किया गया है। मामला विभाग के निदेशक राघव शर्मा की शिकायत पर दर्ज हुआ है। शिकायत में कहा गया है कि विभाग के आधिकारिक पत्रों में जालसाजी की गई है, फर्जी मोहरें और झूठे हस्ताक्षरों का प्रयोग किया गया है और यहां तक कि एक फर्जी सैंक्शन ऑर्डर भी तैयार कर लिया गया है।

शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि इन फर्जी दस्तावेजों की प्रतियां ग्रामीण विकास मंत्री को भी दिखाई गईं, लेकिन जब इन्हें विभागीय अभिलेखों में जांचा गया तो यह पत्र रिकॉर्ड में कहीं भी उपलब्ध नहीं पाए गए और पूरी तरह से फर्जी साबित हुए। आरोप है कि पूरा दस्तावेजी सैट विभागीय प्रणाली से बाहर बैठकर तैयार किया गया और इसमें झूठी मोहरों व फर्जी हस्ताक्षरों का इस्तेमाल कर विभाग को गुमराह करने की कोशिश की गई। छोटा शिमला पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है और आगामी दिनों में कई कर्मचारी भी जांच की जद में आ सकते हैं।

इसी तरह का मामला हाल ही में सामने आया है, जब लाहौल-स्पीति के केलांग में तैनात एसी टू डीसी एवं एसडीएम लाहौल कल्याणी गुप्ता ने अपने फर्जी हस्ताक्षरों के दुरुपयोग को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि जून 2022 से 5 जुलाई 2025 तक वह ग्रामीण विकास निदेशालय शिमला में बतौर डिप्टी सीईओ (एचपीएसआरएलएम) कार्यरत थीं। 27 सितम्बर को उन्हें जानकारी मिली कि सितम्बर 2025 तिथि वाले एक सैंक्शन ऑर्डर पर उनके हस्ताक्षर पाए गए हैं, जबकि उस अवधि में वह इस विभाग में सेवाएं ही नहीं दे रही थीं।

शिकायत में कहा गया कि यह सैंक्शन ऑर्डर पूरी तरह फर्जी हैं, जिसके माध्यम से एक कंपनी के नाम पर 68,31,200 रुपए का आदेश जारी दिखाया गया है। इस पर उन्होंने थाना केलांग में जीरो एफआईआर दर्ज करवाई, जिसे बाद में छोटा शिमला पुलिस थाना स्थानांतरित कर दिया गया था।


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Kuldeep

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