Shimla: राधे गैंग के 2 तस्कर और दबौचे, कुल 12 आरोपी गिरफ्तार
punjabkesari.in Sunday, Nov 03, 2024 - 08:57 PM (IST)
शिमला (संतोष): शिमला पुलिस का चिट्टा गैंग के खिलाफ खूब डंडा चल रहा है। अब पुलिस ने राधे गैंग के 2 तस्करों को धर दबोचने में कामयाबी हासिल की है। राधे गैंग के पुलिस ने अब तक 12 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। पुलिस ने चिट्टे के मुख्य सरगना दलीप कुमार उर्फ राधे की गिरफ्तार के बाद एसआईटी द्वारा की जा रही कार्रवाई के तहत अब दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें देविंद्र कुमार (31) पुत्र धनी राम निवासी गांव सरली डाकघर दलाश तहसील आनी जिला कुल्लू और वेद प्रकाश उर्फ टीटू (44) पुत्र स्व. दलीप कुमार निवासी गांव नगरांव डाकघर नौला तहसील कुमारसैन जिला शिमला शामिल है। इस मामले में पुलिस और गिरफ्तारियां कर सकती है और इनकी संपत्ति सीज करने की तैयारियां भी चल रही हैं।
सिक्योरिटी की आड़ में चल रहा था गोरखधंधा, मुख्य सरगना की माता भी थी सहयोगी
बता दें कि कुमारसैन पुलिस थाना के तहत 17 अक्तूबर को मुख्य सरगना दलीप कुमार उर्फ राधे के एक साथी संदीप कुमार (28) पुत्र हुकम राम निवासी गांव महोली डाकघर तेशान तहसील कुमारसैन को 47.74 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके खुलासे के बाद पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना दलीप कुमार उर्फ राधे (37) पुत्र बहादुर सिंह निवासी गांव महोली डाकघर तेशान तहसील कुमारसैन को गिरफ्तार किया था। मुख्य सरगना बद्दी के ब्लाक नंबर-7, क्वार्टर नंबर-106 अमरावती अपार्टमैंट वार्ड-8 में रहता था और यहां वर्ष 2021 से प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी का संचालन करते हुए चिट्टा तस्करी का धंधा चलाए हुए था।
पुलिस को उसने अपने 18 साथियों के बारे में भी बताया और पुलिस को इनके बैंक लेन-देन के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है। इस पूरे गिरोह को दलीप उर्फ राधे बद्दी से ही संचालित करता था और इसमें उसकी मां भी पूरी सहयोगी थी, जिसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह कुमारसैन, रामपुर सहित ऊपरी इलाकों में पूरी तरह से सक्रिय था और सिक्योरिटी कंपनी की आड़ में युवाओं को नौकरी देने के झांसे के साथ इन्हें चिट्टा बेचने के धंधे में शुमार किया गया था।
और होंगी गिरफ्तारियां
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि पुलिस ने पिछले 2 माह में चिट्टे के तीन गैंग का पर्दाफाश किया है और सभी गैंग के सदस्यों को धर दबोचने के लिए डीएसपी स्तर के अधिकारियों की एसआईटी गठित की गई है। करोड़ों के लेनदेन के पुख्ता प्रमाण मिले हैं और पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है।