ज्वाइनिंग करने आए एक स्टाफ नर्स और तीन ओ.टी. असिस्टैंट निकले फर्जी

punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 10:38 PM (IST)

शिमला (जस्टा): सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए वैसे टैस्ट व इंटरव्यू होते हैं और उसके बाद जिस विभाग में किसी की नौकरी लगती है, उस विभाग द्वारा ही आगे नियुक्ति पत्र भेजे जाते हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में दिल दहला देने का एक ऐसा मामला सामने आया है कि यहां पर बिना किसी टैस्ट व इंटरव्यू के 4 लोग ज्वाइनिंग करने पहुंच गए। मंगलवार को एमएस कार्यालय में जब चारों लोग ज्वाइनिंग करने पहुंचे तो इस दौरान एमएस डा. जनक व प्रशासनिक अधिकारी राहुल गुप्ता ने उनसे पूछताछ की। पूछताछ में चारों ने बताया कि वे चम्बा से आए हैं, उन्हें आईजीएमसी में नौकरी करनी है। एमएस ने जब उनसे नियुक्ति पत्र मांगे तो सभी ने नियुक्ति पत्र दिखाए। एमएस ने जब नियुक्ति पत्र को चैक किया तो उसमें मैडीकल कालेज टांडा और चम्बा के प्रिंसीपल सहित आईजीएमसी के डिप्टी एमएस के हस्ताक्षर पाए गए, तभी एमएस को शक हुआ कि यह चारों फर्जी हैं।

दस्तावेजों की जांच की तो सारे फर्जी पाए गए

अधिकारियों ने इसके बाद जब सही से दस्तावेजों की जांच की तो सारे फर्जी पाए गए। इन लोगों में 3 ओ.टी. असिस्टैंट और एक स्टाफ नर्स शामिल है। इनके पास इन पदों से संबंधित ही नियुक्ति पत्र है। ये चारों लोग जिला चम्बा के रहने वाले हैं। अधिकारियों का कहना है इन लोगों के नाम अजय, विशाल, अजय व हिना हैं। इनमें हिना का नियुक्ति पत्र स्टाफ नर्स का है। आईजीएमसी में पेश आए इस मामले को लेकर हड़कंप मच गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की सूचना एसपी शिमला सरकार को दे दी है। यहां तक चम्बा व टांडा मैडीकल कालेज के प्रिंसीपलों को भी मामले से संबंधित पत्र दे दिए गए हैं। प्रशासन अपने स्तर पर भी मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। जांच में कई खुलासे हो सकते हैं।

चारों के बने हैं आई कार्ड

बताया जा रहा है कि इन लोगों के आई कार्ड भी बने हुए हैं। इनके आई कार्ड कैसे बने हंै। यह भी एक जांच का विषय है। किन-किन मैडीकल कालेज से इनके आई कार्ड बने हैं। इसका भी जल्द ही खुलासा होगा। प्रशासन ने इनके पास से आई कार्ड को बरामद कर लिया है।

मामले को वैरीफिकेशन के लिए चम्बा पुलिस को भेजा जा रहा है

एसपी शिमला ओमापति जम्वाल का कहना है कि आईजीएमसी प्रशासन की तरफ से हमें मामले की सूचना मिली है। इस मामले को वैरीफिकेशन के लिए चम्बा पुलिस को भेजा जा रहा है, क्योंकि मामला चम्बा से जुड़ा लग रहा है। जैसे ही चम्बा पुलिस की तरफ से कुछ जवाब आता है तो उसके बाद शिमला पुलिस भी कार्रवाई करेगी।

नियुक्ति पत्र कहा से आए हैं

आईजीएमसी एमएस डा. जनक राज का कहना है कि चार लोग आईजीएमसी में ज्वाइनिंग करने आए थे। जब उनके नियुक्ति पत्र चैक किए गए तो फर्जी पाए गए। मामले की शिकायत पुलिस सहित सरकार को दे दी गई है। यह नियुक्ति पत्र कहा से आए हैं, इसको लेकर कार्रवाई करने की मांग की गई है। जनता से आग्रह किया जाता है कि बिना टैस्ट व इंटरव्यू के सरकारी जॉब नहीं मिलती है। नौकरी पाने के लिए एक प्रक्रिया होती है, लोग ऐसी चीजों से सावधान रहें। 


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Kuldeep

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