पुलिस भर्ती को स्मार्ट सिटी में आने वाले युवाओं को सिर ढकने को छत की दरकार
punjabkesari.in Monday, Nov 29, 2021 - 10:57 AM (IST)
 
            
            धर्मशाला (तनुज) : प्रदेश की दूसरी राजधानी और स्मार्ट सिटी का तमगा सजाए बैठे धर्मशाला में आज भी जिला के दूरदराज के क्षेत्रों से भर्तियों के लिए आने वाले गरीब परिवार के युवाओं को रात के ठहरने के लिए खुला आसमान ही मिलता है। पुलिस भर्ती के लिए पहुंच रहे युवाओं को धौलाधार की ठंडी हवाओं की सर्द रातों में ठिठुरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शहर के बीचोंबीच सराय और निगम के रैन बसेरा होने के बाद भी व्यवस्था न होने के चलते इनकी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। आलम यह है कि न तो आयोजक, न जिला प्रशासन और न ही नगर निगम इन बेरोजगार युवाओं की इस पीड़ा पर कोई मलहम लगाने को आगे आ रहा है। इतना ही नहीं शहर की दर्जनों भर समाजसेवी संस्थाएं भी इस मामले पर मौनव्रत धारण कर बैठी हैं। खाकी पहनने और परिवार की आर्थिक दशा को सुधारने के लिए सपने लिए भर्ती के लिए पहुंच रहे युवाओं को सर्दी की रात धर्मशाला में गुजारना चुनौती बन रहा है।
यह सराय हैं शहर में जहां हो सकती हैं व्यवस्थाएं
स्मार्ट सिटी में विभिन्न स्थानों पर सराय भी हैं। इनमें डिपो बाजार स्थित जोधामल सराय और कचहरी सिविल लाईन में देवराज सराय है। देवराज सराय में शाम 5 बजे के बाद भर्ती के लिए आने वाले युवा पहुंच रहे हैं। इस सराय की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है लेकिन मजबूरी वश युवाओं को यहां ठहरना पड़ रहा है। वहीं, सनातन धर्म सभा गीता भवन, कुनाल पत्थरी मंदिर और कोतवाली बाजार स्थित कम्यूनिटी हाल में भी भर्ती के लिए आने वाले युवाओं के ठहरने की व्यवस्था की जा सकती है।
निगम को शहर में करनी चाहिए व्यवस्थाः एस.पी.
इस मामले में एस.पी. कांगड़ा डॉ. खुशहाल शर्मा का कहना है कि पुलिस प्रशासन की तरफ से भर्ती का आयोजन किया जा रहा है। अभ्यर्थियों के ठहरने की व्यवस्था स्वयं करनी होगी जोकि साफ तौर पर बताया गया है। हालांकि शहर में नगर निगम की तरफ से यह व्यवस्था की जा सकती है।
होमलेस के लिए निगम में व्यवस्थाः आयुक्त
नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त प्रदीप ठाकुर ने कहा कि नगर निगम में बेघर लोगों के लिए व्यवस्था की जाती है जिससे कि वह रात को बाहर न सोएं। किसी भी प्रकार की भर्ती अथवा नौकरी के साक्षात्कार के लिए आने वालों को अपनी व्यवस्था स्वयं करनी होती है। निगम के रैन बसेरा को हैल्थ एमरजेंसी के चलते स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है जिसमें कोविड टीकाकरण केंद्र को चलाया जा रहा है।
 


 
                     
                             
                             
                             
                             
                             
                            