CM के गृह जिला में डॉक्टरों के तबादले होने से अनशन पर बैठी पंचायत प्रधान

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 03:24 PM (IST)

पधर: एक ओर प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के दावे किए जाते हैं लेकिन सी.एम. के गृह जिला में डॉक्टरों के पद रिक्त होने से लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। यही नहीं जिन अस्पतालों में पहले से डॉक्टर तैनात हैं, उनके भी वहां से तबादले कर लोगों के मर्ज को और बढ़ाया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में चिकित्सक न होने के विरोध में पंचायत प्रधान रचना ठाकुर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को अल्टीमेटम देने के बाद सोमवार करीब 11 बजे पाली स्वास्थ्य केंद्र के बाहर अनशन पर बैठ गईं।


स्थानीय निवासी तीर्थराज, इंद्रा देवी व भूषण सहित महिला मंडल कुलांदर की सदस्यों ने प्रधान के आमरण अनशन के लिए अपना सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि अनशन के पहले दिन महिला मंडल कुलांदर की सदस्यों ने उनका सहयोग किया। प्रधान ने कहा कि पूरा दिन अनशन पर बैठने के उपरांत वह शाम को एस.डी.एम. कार्यालय पधर को रवाना हो रही हैं और रात को वहीं अनशन पर बैठेंगी और सौंपे गए ज्ञापन के संदर्भ में वह एस.डी.एम. पधर से जवाब तलब करेंगी। वहीं मंगलवार को महिला मंडल की सदस्यों को साथ लेकर डी.सी. कार्यालय मंडी में 11 बजे धरना-प्रदर्शन करेंगी। 


जब तक मांगें पूरी न होंगी, जारी रहेगा संघर्ष
उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, उनका अनशन जारी रहेगा। प्रधान ने चेताया है कि अगर प्रदेश सरकार द्वारा अस्पतालों में डाक्टरों की तैनाती नहीं की गई तो क्षेत्र के सामाजिक संगठनों सहित आम लोग सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने को विवश होंगे।


किसी ने भी नहीं कीं समस्याएं हल
अनशन पर बैठी पंचायत प्रधान ने कहा कि पाली स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी चिकित्सक नहीं है, जिस कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस बारे क्षेत्र के महिला मंडलों को साथ लेकर वह पिछले माह अस्पताल के बाहर एन.एच. पर सरकार के खिलाफ  प्रदर्शन कर चुकी हैं। डी.सी. मंडी, एस.डी.एम. पधर व बी.एम.ओ. पधर को भी उन्होंने अस्पताल में डाक्टरों की तैनाती करने को ज्ञापन सौंपा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। 


गैस सिलैंडर वितरण का भी नहीं हुआ हल
प्रधान ने कहा कि पंचायत के गांव में रसोई गैस सिलैंडर वितरण का मामला भी उन्होंने एस.डी.एम. पधर से उठाया था। उनका कहना है कि लोगों को द्रंग में गैस की आपूर्ति की जाती है, जिसके लिए गरीब लोगों को किराए के वाहनों में सिलैंडर घर लाने पड़ते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक चपत लगती है। इस मामले में भी एस.डी.एम. पधर ने आज दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की है। 


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Ekta

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