ठगी का यह तरीका हैरान कर देगा, ''बाबू'' बनकर आया खाली कर चला गया
punjabkesari.in Wednesday, Dec 14, 2016 - 08:08 PM (IST)

ऊना: जमीनें दिलवाने के नाम पर घुमंतू गुज्जरों से ठगी का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। स्वां नदी के आसपास रहने वाले कई गुज्जर परिवार हजारों रुपए की ठगी की गई है। सरकार का प्रतिनिधि बनकर एक व्यक्ति ने इन घुमंतू गुज्जरों से पहले तमाम दस्तावेज लिए, अंगूठे लगवाए और आधार कार्ड बनाने जैसी कार्रवाई को अंजाम दिया। इन्हें उम्मीद थी कि सरकार की जिस योजना का हवाला दिया गया था, उसके तहत उन्हें कोई जमीन मिलेगी लेकिन जमीन तो क्या जो राशि दी थी वह भी नहीं मिल पा रही है। अब ये लोग पुलिस के पास जाने की तैयारी कर रहे हैं।
ठगी का शिकार हुए लोगों ने सुनाया दर्द
पिछले काफी लंबे अरसे से स्वां नदी और इसके आसपास रह रहे सराजदीन और उनके अन्य सहयोगियों ने दर्द जाहिर करते हुए बताया कि एक व्यक्ति उनके पास आया और सरकारी योजनाओं की जानकारी सांझा करने लगा। इसी दौरान उसने उन्हें झांसे में लिया कि जितने भी घुमंतू गुज्जर परिवार हैं, उन्हें रहने के लिए 5-5 कनाल जमीन सरकार की तरफ से दी जाएगी। उक्त व्यक्ति ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह सरकारी प्रतिनिधि है और मदद के लिए आया है। इस दौरान किसी परिवार से 40 हजार तो किसी से 20 हजार रुपए की राशि ली गई। कई बार तो उधारी के नाम पर भी नकदी ली गई। जब एकाएक व्यक्ति गायब हुआ तो उस मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया, जो उन्हें दिया गया था। अब न तो वह मोबाइल नम्बर चल रहा है और न ही उस व्यक्ति का पता चल रहा है।
सरकार से की पॉलिसी बनाने की मांग
स्वां नदी के आसपास भैंसों को लेकर आए सराजदीन, मशुमदीन व शामदीन सहित दर्जनों परिवारों ने कहा कि उनके पास कोई भूमि नहीं है। न पंजाब और न ही हिमाचल में उन परिवारों के पास ऐसी जमीन है, जिसमें वे लोग अपने मकान तक बना सकें। न बैंक खाते हैं और न ही घर-ठिकाना है। वे लोग काफी मुश्किलों से गुजर-बसर कर रहे हैं। ऐसी हालत में भी उन्हें ठगी का शिकार बनाया जाना दुखद है। सरकार से इन परिवारों ने कहा है कि उनके लिए कोई पॉलिसी बनाई जाए, ताकि वे अपना स्थायी ठिकाना बना सकें।
बिना नकदी के गुजर-बसर हुई मुश्किल
इन घुमंतू परिवारों की पीड़ा है कि अब नोटबंदी हुई तो दिक्कत उन्हें हो रही हैं। जब बैंक अकाऊंट ही नहीं हैं तो वे लोग कैसे काम चलाएं, यह समझ नहीं आ रहा है। कैश मिलता नहीं है। दूध बेचने के लिए जब जाते हैं तो उन्हें नकदी भी नसीब नहीं हो रही है। न घर-ठिकाना है और न ही उनके पास पैसे हैं ताकि वे गुजर-बसर कर सकें। वहीं एएसपी मदन लाल कौशल का कहना है कि अभी तक किसी प्रकार की ठगी की ऐसी शिकायत सामने नहीं आई है।