सेब खरीद घोटाला: आरोपियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस खाली हाथ लौटी, जानें मामला
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 06:48 PM (IST)

चम्बा (सुभानदीन): चम्बा जिले के चुराह हलके में सेब घोटाले के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें सनवाल पहुंचीं, लेकिन आरोपी मौके पर नहीं मिले। उसके बाद तीसा थाना की टीमें खाली हाथ वापस आ गईं। फिलहाल आरोपियों से पुलिस का कोई संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। आरोपियों के सगे संबंधियों से पुलिस ने संपर्क साधा जहां से उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया।
आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। वहीं लगातार पुलिस कार्रवाई से भागने के कारण आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी। धोखाधड़ी व सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग के तहत मामला दर्ज हुआ है। इसको लेकर आरोपियों ने पहले ही हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की थी। बता दें कि मामले में तीसा की सनवाल पंचायत के प्रधान, उपप्रधान, घोटाले के दौरान पंचायत में कार्यरत पंचायत सचिव, जेई, ग्राम रोजगार सेवक, 2 पंचायत वैंडर व एक पूर्व जिला परिषद सदस्य शामिल है।
यह है पूरा मामला
वर्ष 2022 में एक शिकायतकर्त्ता की शिकायत के बाद मामला सुर्खियों में आया था। मनरेगा के अंतर्गत पौधारोपण के 8 कार्य स्वीकृत हुए थे। इन कार्यों पर करीब सवा करोड़ रुपए खर्च किए जाने थे। इस दौरान 8 पौधारोपण कार्यों के लिए पंचायत द्वारा 48,500 पौधे खरीदे गए थे। ये सभी सेब के पौधे एक ही नर्सरी वैंडर ने उपलब्ध करवाए थे, लेकिन रिकॉर्ड के मुताबिक नर्सरी वैंडर के पास 22,000 के करीब पौधे थे। सेब के पौधे खरीद पर नर्सरी वैंडर के खाते में लगभग 88 लाख रुपए सरकारी खाते से आए।
वहीं पंचायत की वर्तमान उपप्रधान पर भी आरोप है कि जुलाई 2023 में गांव बासा खैरी तहसील डल्हौजी में उसकी शादी हो गई है, लेकिन तकनीकी आधार पर अब भी सनवाल पंचायत की उपप्रधान है। उपप्रधान होते हुए अभी तक उसका नाम ससुराल की पंचायत में शादी के डेढ़ वर्ष बाद भी दर्ज नहीं है। घोटाले के दौरान विकास खंड तीसा में तैनात खंड विकास अधिकारी पर भी घोटाले की गाज गिर चुकी है। विभागीय जांच में अधिकारी की संलिप्तता सामने आई थी। इसको लेकर विभागीय कार्रवाई की गई, जिसमें अधिकारी को निलंबित किया गया। उसके बाद अधिकारी को सचिवालय में रिपोर्ट करने को कहा गया था।
एसडीपीओ सलूणी रंजन शर्मा का कहना है कि घोटाले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीसा थाना से पुलिस टीमें भेजी गई थीं। आरोपियों की काफी तलाश करने के बाद भी उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस द्वारा जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।