Una में किसानों पर कुदरत की मार, बारिश से आलू के खेत जलमग्न
punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2024 - 05:21 PM (IST)
ऊना (मनोहर): जिला ऊना में सितम्बर माह में हो रही बारिश आलू लगाने वाले किसानों पर भारी पड़ रही है। जिन किसानों ने अपने खेतों में आलू की बिजाई कर दी है उनके खेत आज बारिश से जलमग्न हो गए। हालात यह बन गए कि आलू के खेतों में पानी खड़ा हो गया, जिससे खेतों में लगाए गए आलू के बीज को भी नुक्सान पहुंचा है। सुबह 10 बजे के बाद जब बारिश खत्म हुई तो किसान अपने खेतों में पहुंचे और खेतों से पानी निकालने के कार्य में जुट गए। कई खेतों से पानी निकासी नहीं है, जिससे वहां काफी नुक्सान पहुंचा है।
कृषि विभाग के मुताबिक जिला ऊना में करीब 2500 हैक्टेयर क्षेत्रफल में किसानों द्वारा आलू की बिजाई की जाती है। अब तक अनेक किसानों द्वारा आलू का बीज लगाया जा चुका है जबकि कई किसान अभी मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। सितम्बर माह के 10 दिनों में से 5 दिन बारिश हुई है। इससे किसान खेतों में आलू लगाने से डर भी रहे हैं। जिला ऊना में वैसे तो अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में आलू लगाने का कार्य शुरू हो जाता है लेकिन इस बार बारिश ने ऐसा खलल डाला कि अभी तक किसान आलू लगाने से डर रहे हैं। कृषि विभाग के अनुसार जिन किसानों ने अभी तक आलू की बिजाई नहीं की है वह 15 सितम्बर तक इसे लगा सकते हैं।
जिला ऊना में सितम्बर माह में यदि बारिश की बात करें तो 10 दिनों में 107.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। मंगलवार सुबह ऊना में 38.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। आज कई खड्डें भी बारिश से उफान पर थी। जानकारी के अनुसार 4 सितम्बर को 10.4 मिलीमीटर, 6 सितम्बर को 9.8 मिलीमीटर, 7 सितम्बर को 1 मिलीमीटर बारिश, 7 सितम्बर की शाम को 48 मिलीमीटर जबकि आज 38.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस बारिश ने आलू लगाने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
बरसाती पानी की निकासी सुनिश्चित रखें किसान
कृषि उपनिदेशक ऊना डाॅ. कुलभूषण धीमान ने कहा कि ऊना में 15 सितम्बर तक किसानों द्वारा आलू की बिजाई की जाती है। अब तक 50 प्रतिशत किसान आलू लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपने आलू के खेतों में बरसाती पानी की निकासी सुनिश्चित रखें अन्यथा आलू को नुक्सान पहुंच सकता है।
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