Una: मां चिंतपूर्णी के दरबार में उमड़ा आस्था का सैलाब, श्रद्धालुओं ने किए पावन पिंडी के दर्शन
punjabkesari.in Wednesday, Dec 31, 2025 - 07:33 PM (IST)
चिंतपूर्णी (राकेश): वर्ष के अंतिम दिन और नव वर्ष मेले के पहले दिन हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा देखने को मिला। सुबह से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में मां के दर्शन करते रहे। बुधवार को तापमान में भारी गिरावट, कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और धुंध के बावजूद भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी। श्रद्धालुओं में नए साल का आगाज माता रानी के आशीर्वाद के बाद ही शुरू करने की गहरी लालसा है, जिसके चलते देर रात तक भारी संख्या में भक्तों के मंदिर पहुंचने की उम्मीद है। नए वर्ष के आगमन पर मंदिर क्षेत्र को रंग-बिरंगे फूलों और गुब्बारों व आधुनिक तकनीक की लाइटिंग से सजाया गया है, जिसकी सेवा माता के सेवक फिरोजपुर से समीर मित्तल ने करवाई। वही बाबा श्री माई दास सदन से लेकर मंदिर तक जगह-जगह लंगर संस्थाओं द्वारा स्वादिष्ट लंगर लगाए गए हैं। उन्हें सफाई व्यवस्था के कड़े निर्देश दिए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु फ्री मैडीकल कैंप भी लगाए गए हैं।
जिला प्रशासन और पुलिस ने मेले के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा और यातायात इंतजाम किए हैं। प्रशासन द्वारा चिन्हित जगह पर सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती की गई है, ताकि श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। ट्रैफिक पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वाले कार चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और चालान काट रही है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त है और श्रद्धालुओं की आवाजाही आसान बनी हुई है। इस अवसर पर मंदिर में विशेष हवन पूजन का आयोजन किया गया और पुजारी वर्ग की तरफ से सभी के लिए सुख-समृद्धि की कामना की गई।
वहीं वित्त एवं लेखा अधिकारी राजेंद्र कटोच ने बताया कि मंगलवार को चढ़ावे की गिनती में मंदिर न्यास को 934808 का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ। इस संबंध में मंदिर अधिकारी अजय मड़ियाल ने बताया कि नव वर्ष के प्रथम दिवस पर काफी संख्या में श्रद्धालु मां चिंतपूर्णी की पावन पिंडी के दर्शन कर रहे हैं। प्रशासन श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए धरातल पर कार्य कर रहा है। प्रत्येक विभाग को सेवाएं सुनिश्चित करने के को लेकर आदेश जारी किए गए हैं। मंदिर प्रशासन के उच्च अधिकारियों द्वारा बनाए गए नियमों के तहत ही सभी कार्यों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक विशेष रोड मैप के तहत कार्य किया जा रहा है, ताकि अत्यधिक भीड़ होने पर कोई अप्रिय घटना न घट सके। सीसीटीवी कैमरे की निगरानी से असामाजिक शरारती तत्वों पर नजर रखी जा रही है। सभी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इसके अलावा उन्होंने बताया शाम 4.00 बजे तक 16 लंगर संस्थाओं ने 5000 धरोहर राशि और 5000 लंगर फीस जमा करवाई। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए मंदिर प्रशासन हमेशा तत्पर है।

