चुनावी मुद्दा: सालों से लटकी MC की ग्रीन फीस योजना

punjabkesari.in Tuesday, May 14, 2019 - 11:35 AM (IST)

शिमला (वंदना): आय के संसाधनों को मजबूत करने के लिए तैयार की गई नगर निगम की ग्रीन फीस योजना सालों से सिरे नहीं चढ़ पाई है, इससे निगम को करोड़ रुपयों का नुक्सान उठाना पड़ रहा है। नगर निगम ने 4 साल पहले बाहरी राज्यों से शिमला आने वाले वाहनों से मनाली की तर्ज पर ग्रीन फीस वसूलने की योजना तैयार की थी, लेकिन अब तक निगम अपनी इस योजना को शुरू नहीं कर पाया है। नगर निगम ने ग्रीन फीस बॉयलाज में संशोधन कर मामला प्रदेश सरकार की मंजूरी को भेजा है, लेकिन सरकार की ओर से अब तक निगम को स्वीकृति नहीं मिल पाई है, जिससे ग्रीन फीस योजना कागजों में ही दफन होकर रह गई है। 

ग्रीन फीस योजना से नगर निगम को सालाना 12 करोड़ रुपए की आमदनी होनी प्रस्तावित है। ग्रीन फीस से प्राप्त होने वाली कमाई को नगर निगम शहर के सौंदर्यीकरण पर ही व्यय करेगा। निगम के पास ग्रीन फीस एकमात्र अपनी इनकम बढ़ाने का बड़ा सोर्स है, लेकिन समय पर इस योजना के शुरू नहीं होने से निगम को वित्तीय नुक्सान झेलना पड़ रहा है। एम.सी. की ओर से ग्रीन फीस का भुगतान नहीं करने पर 1500 रुपए जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है। इससे पूर्व जुर्माना राशि 2 हजार रुपए थी, लेकिन निगम सदन ने इस राशि में 500 रुपए की कटौती कर दी थी, जबकि दोपहिया वाहनों पर 500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। ऐसे में बॉयलाज में संशोधन कर सरकार को भेजा गया है। निगम को ग्रीन फीस लागू करने के लिए प्रदेश सरकार की मंजूरी का इंतजार है।

मोबाइल एप व कैश काऊंटर से भुगतान को तैयार की है योजना

नगर निगम की ओर से ऑनलाइन मोबाइल एप के जरिए ग्रीन फीस  का भुगतान करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा ऑफ लाइन कैश काऊंटरों के जरिए भी पर्यटक ग्रीन फीस जमा करवा सकते हैं। निगम ने मनाली की तर्ज पर इस व्यवस्था को शुरू करने का फैसला किया था। एक बार फीस का भुगतान करने पर यह 7 दिनों तक वैध रहेगी।

ग्रीन फीस को ये दरें की गई हैं निर्धारित

नगर निगम ने ग्रीन फीस की दरें तय की हैं। दोपहिया वाहन से 50 रुपए, चौपहिया वाहन से 200 रुपए और इससे बड़े वाहनों से 300 रुपए फीस वसूली जाएगी। यह फीस 7 दिन की रखी गई है। पर्यटक ऑनलाइन निगम की एप में जाकर अपना गाड़ी नंबर डालकर फीस जमा करवा सकेंगे।

निगम की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत : सुरेश

मिनिस्टीरियल स्टाफ यूनियन नगर निगम के महासचिव सुरेश शर्मा का कहना है कि नगर निगम ने बाहरी राज्यों से शिमला आने वाले वाहनों से ग्रीन फीस वसूलने को योजना तैयार की है। इससे निगम को अतिरिक्त कमाई होगी, जिससे निगम की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। निगम के आय के संसाधन को मजबूत करने के लिए यह योजना बनाई गई है। इस योजना के शुरू होने से नगर निगम को सालाना 12 करोड़ रुपए से अधिक की आमदनी होगी, जिसे शिमला शहर के सौंदर्यीकरण को और भी निखारा जा सकता है। 


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Ekta

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