Mandi: 4 हजार साल बाद चांदी के नए रथ में विराजे देव बाला कामेश्वर

punjabkesari.in Monday, Feb 17, 2025 - 12:35 PM (IST)

मंडी (नीलम): देव सत बाबा कामेश्वर महाजन बाजार मंडी में अपने नए चांदी के रथ में विराजमान हुए। रविवार को देवता रथ की प्राण-प्रतिष्ठा की गई जिसके बाद देवता ने राज देवता माधोराय व बाबा भूतनाथ से मिलन किया। बता दें कि देवता का प्राचीन मंदिर देवदार में स्थित है जहां देवता रथ में सवार न होकर करंडू में विराजमान रहते हैं। मंडी के महाजन बाजार में सतदेव बाला कामेश्वर के मंदिर में हाल ही में देवता के रथ का निर्माण किया गया है जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा पूर्ण होने के बाद रविवार को पहली बार देवता अपने देवलुओं संग मंडी शहर के भ्रमण पर निकले। देवता के पुजारी गोपाल शर्मा ने बताया कि देव भविष्यवाणी में देवता ने बताया कि वे 4 हजार साल बाद नए रथ में विराजमान हुए हैं। 

देवता की इच्छा अनुसार ही पहली बार रथ को बाहर लाया गया है। उन्होंने कहा कि देवलुओं और मंदिर कमेटी के सहयोग से इस रथ का निर्माण किया गया है। देवता के रथ चलने से शहर में महाशिवरात्रि जैसा वातावरण देखने को मिला। रियासत काल में देवता का राजमहल में महत्वपूर्ण स्थान था, लेकिन किसी कारण देवता ने अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में आना बंद कर दिया था। देवता के नाम से सदर क्षेत्र में कई मंदिर स्थापित हैं जहां हजारों भक्त देवता के दर्शन करने के लिए आते हैं। उन्हीं में से महाजन बाजार स्थित देवता का मंदिर प्राचीन व विशेष स्थान रखता है।

महाशिवरात्रि में भक्तों के दुख करेंगे दूर
गोपाल शर्मा ने बताया कि देव सत बालाकामेश्वर के पास विश्व की सारी भयानक व्याधियों का इलाज है। इसके अलावा देवता धन-धान्य और बारिश के साथ ही संतान का वरदान देते हैं। मंडी जनपद में उनकी मर्जी के बिना यहां बारिश तक नहीं हो सकती है। शिवरात्रि महोत्सव में 7 दिनों तक पड्डल मैदान में देवता अपने भक्तों को दर्शन देंगे और उनके दुख दूर करेंगे। 


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Kuldeep

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