BJP महामंत्री बोले-गलतफहमी के कारण UP चुनावों में देखना पड़ा हार का मुंह

punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 11:59 PM (IST)

चम्बा: पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं की गलतफहमी के कारण ही यू.पी. में मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के गृह जिला के पद पर हुए उपचुनावों में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा, ऐसे में हिमाचल के प्रत्येक नेता व कार्यकर्ता खुद को गलतफहमी का शिकार होने से बचाए रखें। भाजपा के प्रदेश महामंत्री पवन राणा ने जिला मुख्यालय में बुधवार को आयोजित उत्कृष्ठ बूथ सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार को बने हुए 3 माह का समय होने जा रहा है, ऐसे में पार्टी नेता व कार्यकर्ता अब खुद को हनीमून के दौरे से बाहर निकाल कर लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि संभवता इस वर्ष के अंत तक देश में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं। इस बात को देखते हुए पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता व नेता फिर से जनता की सेवा के साथ लोगों के साथ संपर्क करने में जुट जाए। नेताओं को भी अपने संबोधन में नसीहत देते हुए कहा कि वे खुद को पार्टी कार्यकर्ताओं से बड़ा न समझे क्योंकि आज वे जिस पद पर विराजमान हुए हैं वे पार्टी कार्यकर्ताओं की देन है। 

शिमला की दौड़ न लगाएं कार्यकर्ता
पवन राणा ने कहा कि जब से प्रदेश में जयराम सरकार बनी है तब से भाजपा कार्यकर्ता शिमला के ही चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि भाजपा जिसने चुनावों में तबादला उद्योग के नाम पर कांगे्रस को घेरा था अब भाजपा के कार्यकर्ता तबादले करवाने के चक्कर में शिमला के चक्कर लगा रहें हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इस दौरे से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्रों का विकास करवाने के लिए विधायकों को चुना है इसलिए अब वे शिमला के चक्कर लगाने की बजाय अपने क्षेत्र के विधायकों को कार्य बनाए। इसी कार्य के लिए विधायकों को चुना गया है। 

एक-दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप न करें नेता
प्रदेश भाजपा महामंत्री पवन राणा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नेता एक-दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप न करें ताकि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ न हो तो वहीं कार्यकत्र्ता भी नेताओं को आपस में लड़ाने के कार्य को अंजाम न दे। महामंत्री ने कहा कि पिछले दो माह के दौरान मुख्यमंत्री से मिलने वालों ने इतनी अधिक मात्रा में फूलों के बुक्के मुख्यमंत्री को भेंट किए कि उनकी जब नीलामी करवाई गई तो उसने अढ़ाई लाख रुपए की आमदन हुई। इस पैसे को मुख्यमंत्री ने राहत कोष में डाला गया है। 

पार्टी कार्यकर्ता विपक्ष की भूमिका को त्यागें
उन्होंने कहा कि यह देखने में आया पार्टी कार्यकर्ता पार्टी द्वारा किए जा रहें विकास कार्यों का प्रचार करने की बजाय एक कार्य न होने पर उसका विरोध करना शुरू कर देते हैं। पार्टी कार्यकत्र्ताओं को विपक्ष की भूमिका त्यागनी होगी। कोई नेता अगर 10 में से 9 काम करता है और 1 काम नहीं करता है तो ऐसे में उक्त नेता का विरोध करना कार्यकर्ताओं को शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि नेताओं का भी यह फर्ज बनता है कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं का पूरा मान-सम्मान करे। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, विस उपाध्यक्ष हंसराज, सदर विधायक पवन नैयर, भरमौर विधायक जियालाल आदि मौजूद रहे। इस मौके पर बेहतर परिणाम देने वाले बूथों के पदाधिकारियों को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 


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