चैतन्य शर्मा का बड़ा दावा, बाेले-प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही टीसीपी से बाहर होंगे गगरेट के 18 गांव

punjabkesari.in Saturday, May 18, 2024 - 07:24 PM (IST)

ऊना (ब्यूरो): गगरेट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी चैतन्य शर्मा ने शनिवार को गणु मंदवाड़ा, मरवाड़ी, दियोली, बबेहड़, दौलतपुर चौक में नुक्कड सभाएं कर प्रदेश सरकार पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि 1 जून को होने वाले उपचुनाव में गगरेट की जनता भाजपा के पक्ष में वोट करेगी, जिससे प्रदेश कांग्रेस सरकार का रुख्सत होना तय है। चैतन्य शर्मा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही गगरेट के 18 गांवों से टीसीपी हटा कर जनता को इस कड़े कानून से मुक्ति दिलाई जाएगी। यह उनका वायदा ही नहीं बल्कि मोदी सरकार की तरह मजबूत गारंटी भी है। उन्होंने कहा कि 10-12 वर्ष पूर्व तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा इन गांवों को टीसीपी में शामिल किया गया था, जिससे गगरेट विधानसभा की एक बड़ी आबादी टीसीपी की बंदिशों की वजह से खासी परेशान है, लेकिन परेशान जनता के जख्मों पर मरहम लगाने का किसी ने भी प्रयास नहीं किया। 

चैतन्य शर्मा ने कहा कि पिछले 14 माह के कार्यकाल में विधायक रहते हुए उन्होंने विधानसभा में उक्त मुद्दा प्रमुखता से उठाया था लेकिन मुख्यमंत्री के तानाशाही रवैये की वजह से इस समस्या का समाधान नहीं हो सका। इस वजह से उन्होंने मजबूरन राज्यसभा चुनाव में प्रदेश कांग्रेस सरकार के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजाया ताकि वन मैन शो वाली इस सरकार को जगाया सके। चैतन्य शर्मा ने कहा कि गगरेट विधानसभा क्षेत्र के गांव ओयल, क्लोह, बड़ाेह, शास्त्री नगर, देवनगर, रामनगर, गगरेट, कृष्णा नगर, शिवबाड़ी, अम्बोटा, इंदिरा नगर, कलरुही, अठवा, अंदौरा अप्पर, अंदौरा लोअर, मुबारिकपुर, शिवपुर एवं काशीपुर को टीसीपी से बाहर करने की अधिसूचना जारी करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग का रोड़ा होने की वजह से लोग अपनी ही भूमि पर अपने सपनों का घर नहीं बना पा रहे हैं। विभाग की जटिल प्रक्रियाओं के चलते जो लोग अपना आशियाना बनाना चाह रहे हैं, उनके न तो नक्शे पास हो पा रहे हैं और न ही प्लानिंग एरिया की बंशिंदों के चलते जरूरत पड़ने पर चाह कर भी अपनी जमीन बेच पा रहे हैं। नगर एवं ग्राम योजना अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार भवन निर्माण की पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है और अगर अज्ञानतावश बिना अनुमति भवनों को निर्मित किया गया है तो बिजली-पानी व सीवरेज की सुविधा हेतु अनापत्ति प्रमाण नहीं दिया जा रहा। जनता की इस पीड़ा को मैं भलीभांति समझता हूं और भाजपा सरकार बनते ही जनता को इस पीड़ा से मुक्ति दिलाई जाएगी।

उधर, चैतन्य शर्मा नुक्कड सभाओं में मिल रहे जनसमर्थन से आत्मविश्वास से लबरेज दिखे और उन्होंने कहा कि प्रदेश को मित्रों की सरकार से मुक्ति मिलना तय है क्योंकि प्रदेश सरकार के खिलाफ क्रांति की मशाल उठाने वाले 6 विधायकों को जनता समर्थन देने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि एक सोची-समझी टूल किट के अंतर्गत उन्हें बदनाम करने की साजिश की गई लेकिन जनता को अब हकीकत पता चल गई है कि गरीबों का असली हितैषी कौन है। उधर, पूर्व विधायक राजेश ठाकुर एवं जिला परिषद के मैंबर सुशील कालिया ने भी लोगों से संवाद कर भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार किया।
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Content Writer

Vijay

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