पंथाघाटी व संजौली नॉर्थ ओक में भूस्खलन, खतरे की जद्द में 3 मकान
punjabkesari.in Wednesday, Jul 28, 2021 - 11:20 PM (IST)

शिमला (वंदना): राजधानी शिमला में भारी बारिश ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। बीती रात से हो रही बारिश से शहर में जगह-जगह भूस्खलन होने से करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुक्सान हुआ है। शहर के पंथाघाटी में भूस्खलन होने से आसपास के दो बहुमंजिला मकान खतरे की जद्द में आ गए हैं। हादसा बुधवार सुबह करीब 6 बजे का बताया जा रहा है। मलबे से निकली पत्थर की बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर खड़ी गाड़ी पर जा गिरीं, इससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके साथ ही बिजली का खम्भा भी है, जिसे भी नुक्सान पहुंचा है। घटना की सूचना मिलते ही वार्ड पार्षद राकेश शर्मा व राहत कार्यों की टीम फील्ड में पहुंची और मलबे को साफ करवाया। जिला व निगम प्रशासन ने भवन को बचाने के लिए तिरपाल लगाने के अलावा अन्य इंतजाम कर दिए हैं।
इसके अलावा संजौली के नॉर्थ ओक में भूस्खलन होने से एक बहुमंजिला मकान को खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने नुक्सान का जायजा लेने के लिए निगम के वास्तुकार सहित कनिष्ठ अभियंताओं की टीम को मौके पर भेजा और स्थिति का जायजा लिया। इस भवन को कैसे बचाया जा सकता है इस पर भी काम किया जा रहा है, वहीं कालका शिमला हाईवे पर भी बीती रात भूस्खलन होने से सड़क बाधित रही। हालांकि सुबह सूचना मिलते ही प्रशासन ने सड़क को बहाल करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया था।
इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास के समीप सचिवालय के रास्ते में सुबह एक पेड़ गिरा जो बिजली की तारों पर लटका रहा। इसके बाद दोपहर तक पेड़ को काटकर किनारे किया गया। इसके अलावा शहर में कनलोग, एडवांस स्टडी सहित कई अन्य जगहों पर पेड़ गिरे हैं। हालांकि इससे जानमाल को कोई नुक्सान नहीं हुआ है। नगर निगम के डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान का कहना है कि शहर में 3 भवनों को खतरा पैदा हो गया है। कई जगहों पर पेड़ नीचे गिरे हैं। अधिकारी सूचना मिलते ही फील्ड में भेजे गए हैं।