उपभोक्ता रहेंगे सेहतमंद, डिपुओं में मिलेगा पोषक तत्वों वाला आटा

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 10:41 AM (IST)

मंडी (ब्यूरो): मंडी जिले में खाद्य आपूर्ति विभाग के डिपुओं में अगले महीने से पोषक तत्वों से भरपूर आटा मिलेगा। इस ‘फोर्टिफाइड आटे’ में फॉलिक एसिड, आयरन एवं बी-12 जैसे पोषक तत्व मिलाए जाएंगे ताकि इसके पोषण स्तर में वृद्धि हो। इसके लिए आटा मिल संचालकों को आटे में उपयुक्त मात्रा में पोषक तत्व मिलाने को लेकर प्रशिक्षित किया जाएगा।

डी.सी. मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने इस बारे मंगलवार को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के कार्यान्वयन को लेकर गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले में फूड फोर्टिफिकेशन पर जोर दिया जा रहा है। मिल्कफैड व दुग्ध व्यापार से जुड़ी अन्य इकाइयों को दूध में विटामिन ए एवं डी उपयुक्त मात्रा मिलाने को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है।

सरकार का जोर, पोषण युक्त खाना खाएं

डी.सी. ने फूड फोॢटफिकेशन के बारे में बताते हुए कहा कि इसके जरिए दूध, चावल, तेल, आटा, नमक जैसे खाद्य पदार्थों में आयरन, आयोडीन, जिंक, विटामिन ए एवं डी जैसे प्रमुख खनिज पदार्थ एवं विटामिन जोड़ कर इनके पोषण स्तर में वृद्धि की जाती है। सरकार का जोर है कि लोग पोषणयुक्त खाना खाएं जिससे उनके शरीर में जरूरी खनिज व विटामिन की कमी न हो और वे स्वस्थ जीवन जीएं।

स्वच्छ स्ट्रीट फूड पर दें ध्यान

डी.सी. ने मंडी में स्वच्छ स्ट्रीट फूड पर ध्यान देने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खाद्य सुरक्षा मानकों का ठीक से पालन करने वाले खाद्य प्रतिष्ठानों, खाद्य सामग्री बेचने वाली दुकानों व रेहड़ी-फड़ी पर फूड सेफ्टी के प्रमाण पत्र लगवाना तय बनाएं। यह सुनिश्चित करें कि होटलों-ढाबों के अलावा गलियों-नुक्कड़ पर रेहड़ी-फड़ी वाले भी खाद्य सामग्री बनाते व परोसते समय ऐप्रन, दस्ताने और टोपी पहनें। इससे खाद्य सुरक्षा को लेकर लोगों का विश्वास बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि फोस्टैक (फूड सेफ्टी एंड ट्रेनिंग सर्टीफिकेशन) कार्यक्रम के तहत जिले के खाद्य कारोबारियों को हैल्थ और हाईजीन को लेकर प्रशिक्षण करवाया गया है। उन्हें पदार्थों की गुणवत्ता, साफ -सफाई व खाद्य पदार्थ बनाने एवं परोसने की स्वच्छ व सुरक्षित विधि को लेकर शिक्षित किया गया है।

शुरू किया प्रोजैक्ट ‘भोग’

डी.सी. ने कहा कि जिले में एफ .एस.एस.ए.आई. के प्रोजैक्ट ‘भोग’ के तहत मंदिरों में मिलने वाले प्रसाद व भोग सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। इसके तहत खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन करने वाले मंदिरों को खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इसके तहत जिले के उन सभी धार्मिक स्थलों को लाया जाएगा जहां लंगर की व्यवस्था है। प्रोजैक्ट ‘भोग’ के तहत धार्मिक स्थलों पर गुणवत्तापरक शुद्ध प्रसाद मिलेगा। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा अनिल शर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया व विभाग द्वारा खाद्य सुरक्षा तय बनाने को लेकर उठाए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

‘पिंक बुक’ बताएगी सेहतमंद व सुरक्षित खाने के नुस्खे

डी.सी. ने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने ‘पिंक बुक’ नाम से एक किताब बनाई है। इसमें सुरक्षित व पोषणयुक्त खाने को लेकर विभिन्न जानकारियां दी गई हैं। घर में खाना बनाते हुए क्या-क्या सावधानियां बरती जानी चाहिए, कौन सी खाद्य सामग्री किस तापमान पर पकानी चाहिए, इस किताब में सुरक्षित खाने से जुड़ी ऐसे सभी बातें हैं। इसमें शुद्ध खाद्य सामग्री खरीदने, उसकी गुणवत्ता परखने से लेकर उसके उपयोग से जुड़ी जानकारी भी है। इसके साथ ही स्कूलों में सुरक्षित खाने को लेकर जानकारी देने के लिए एफ..एस.एस.ए.आई. ने यैलो बुक तैयार की है। इन किताबों को एफ..एस.एस.ए.आई. की साइट से डाऊनलोड किया जा सकता है।


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Edited By

Simpy Khanna

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