Himachal: वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण के बाद होगा हिमाचल कांग्रेस की नई टीम का ऐलान : सीएम सुक्खू
punjabkesari.in Tuesday, Oct 07, 2025 - 05:55 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल कांग्रेस की नई टीम का ऐलान इसी माह हो जाएगा। माना जा रहा कि 13 अक्तूबर को पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण के बाद पार्टी हाईकमान कभी भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी का ऐलान कर सकता है। वहीं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला में एक कार्यक्रम में उपरांत अनौपचारिक बातचीत के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि इस माह के अंत तक संगठन विस्तार की संभावना है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण अभी होना है, इससे भी कुछ देरी हुई है। आने वाले दिनों में संगठन विस्तार की प्रबल संभावना है।
अध्यक्ष पद के लिए रोहित ठाकुर का नाम आगे
बता दें कि मुख्यमंत्री सुक्खू बीते दिन ही दिल्ली के एक दिवसीय दौरे से वापस लौटे हैं। सूचना के अनुसार दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के पुनर्गठन की पूरी रूपरेखा तैयार हो चुकी है तथा अब महज ऐलान होगा बाकी है। इससे सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है और मुख्य रूप से प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर चर्चाओं का दौर गरम है। देखा जाए तो कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शिमला संसदीय क्षेत्र के नेताओं के नाम सबसे आगे हैं। मंत्रियों में से अध्यक्ष पद के लिए रोहित ठाकुर का नाम आगे चल रहा है। इसी तरह जातीय समीकरण के अनुसार विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार अध्यक्ष के लिए प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। एआईसीसी प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप सिंह राठौर भी हाईकमान की पसंद हो सकते हैं। इसके साथ ही कसौली से विधायक विनोद सुल्तानपुरी व अर्की से विधायक संजय अवस्थी के नाम की भी चर्चा हो चुकी है। इसके साथ ही प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा से मंत्री यादविंद्र गोमा व विधायक आशीष बुटेल का नाम भी अध्यक्ष पद को लेकर चल रहा है। हमीरपुर जिला से सुरेश कुमार का नाम भी चर्चा में है।
सोनिया गांधी का ऑफिशियल प्रोग्राम नहीं आया
मुख्यमंत्री सुक्खू ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि जब तक ऑफिशियल प्रोग्राम नहीं आ जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। सूचना के अनुसार सोनिया गांधी के स्वास्थ्य पर उनका शिमला दौरा निर्भर करेगा। गौर हो कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की ऐतिहासिक रिज में स्थापित प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य केंद्रीय नेता भी पहुंचेंगे।
11 माह से लटका हुआ मसला
प्रदेश में कांग्रेस के पुनर्गठन का मसला 11 माह से अटका हुआ है। इसका मुख्य कारण नेताओं की आपसी गुटबाजी भी है, जिसके चलते ही सहमति नहीं बन पा रही है। वहीं प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों के चुनाव जल्द होने हैं, इससे गठन के मसले पर सभी नेताओं को विश्वास में लेने का दबाव भी हाईकमान पर है। ऐसे में देखना होगा कि हाईकमान संगठन के पुनर्गठन से पार्टी नेताओं की आपसी गुटबाजी पर भी अंकुश लगाने में सफल होता है या नहीं।