अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव : ऐतिहासिक पड्डल मैदान में एक वर्ष बाद 170 देवी-देवताओं ने दिए दर्शन

punjabkesari.in Saturday, Mar 13, 2021 - 09:16 PM (IST)

मंडी (ब्यूरो): ऐतिहासिक पड्डल मैदान में एक वर्ष बाद लोगों ने 170 देवी-देवताओं के दर्शन किए। शिवरात्रि मेले में काॅलेज मैदान देवलोक बना हुआ है और शनिवार को अवकाश के चलते देवी-देवताओं के दर्शनों के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी, ऐसे में यहां भारी भीड़ के बावजूद कोरोना के खौफ में केवल मास्क ही बचाव का सहारा बना हुआ है। बता दें कि गत वर्ष शिवरात्रि के बाद ही कोरोना के मामले आने के बाद मेला बंद कर दिया गया था। छोटी काशी मंडी में महाशिवरात्रि के दूसरे दिन पड्डल में श्रद्धालुओं ने देवताओं के पंक्तिबद्ध दर्शन किए लेकिन किसी को देवरथ छूने की अनुमति नहीं थी। देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए लोगों की दिनभर भीड़ उमड़ी रही। आस्था का जनसैलाब देखते ही बन रहा है। बजंतरी देव ध्वनियों का संचार करते देखे गए और देवलु देवताओं के रथ के साथ मधुर ध्वनियों पर नृत्य करते पहुंचे।
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कमरूनाग के दर्शनों को करना पड़ा इंतजार

महाशिवरात्रि के दूसरे दिन टारना मंदिर में भक्तों का खूब जमावड़ा रहा और लोगों को देव कमरूनाग के दर्शनों के लिए पूरा दिन लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ा। कतारों में जयकारे लगाते हुए लोग अपनी बारी का इंतजार करते रहे और ‘जै देवा कमरूआ नागा हो आया मेले जो’ के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। भक्तों के हाथों में नारियल, चादर, प्रसाद व अन्य चीजें थीं। इस दौरान टारना मंदिर से जल शक्ति विभाग के ऑफिस तक लाइनें देखी गईं।
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बड़ा देव के दरबार पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर

शनिवार सुबह 8 बजे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंदिर में पहुंचकर मां श्यामाकाली और देव कमरूनाग की पूजा-अर्चना की। वह मां श्यामाकाली और देव कमरूनाग का आशीर्वाद लेकर कांगड़ा के लिए रवाना हुए। बता दें कि महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान बड़ादेव कमरूनाग पिछले 4 दिनों से टारना की पहाडिय़ों में विराजमान हैं। वह 7 दिनों तक टारना मंदिर में ही रहते हैं जबकि चौहाटा की जातर में ही अंतिम दिन उतरेंगे।


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Vijay

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