Chamba: पठानकोट-भरमौर NH पर 15 घंटे जाम में फंसे रहे मणिमहेश श्रद्धालु, भूखे-प्यासे काटी रात
punjabkesari.in Sunday, Aug 25, 2024 - 06:25 PM (IST)
भरमौर (उत्तम): पठानकोट-भरमौर नैशनल हाईवे पर 15 घंटों तक मणिमहेश यात्री जाम में फंसे रहे। यह जाम लूना से लेकर दुनाली तक चम्बा की तरफ और लूना से लेकर ढकोग तक भरमौर की तरफ लगा था, जिसमें सैंकड़ों के हिसाब से गाड़ियां व मोटरसाइकिल फंसे हुए थे। पुलिस प्रशासन द्वारा जाम को खोलने को लेकर लगातार प्रयास जारी रहे, लेकिन शनिवार शाम 4 बजे के लगभग लगा ये जाम सारी रात की कड़ी मशक्कत के बाद रविवार सुबह 7 बजे खुल पाया। मणिमहेश श्रद्धालुओं को भूखे-प्यासे रात काटनी पड़ी। गौरतलब है इस बार लाखों के हिसाब से भगवान भोलेनाथ के श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश डल झील की ओर आए हैं। सड़क तंग होने के कारण यहां पर पिछले 3 दिनों से लोग जाम में फंस रहे हैं। जन्माष्टमी के 2 दिन पहले ही जाम को खोलने के लिए और ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। आलम यह है कि यहां पर लोग अपनी गाड़ियों को छोड़कर पैदल ही मणिमहेश की ओर रुख करने को मजबूर हो गए हैं।
नैशनल हाईवे विभाग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
लोगों ने नैशनल हाईवे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हर वर्ष मणिमहेश यात्रा के सफल आयोजन को लेकर कई बैठकें की जाती हैं लेकिन होता कुछ नहीं है। पिछले करीब 10 साल से यहां पर एनएच द्वारा सड़क को चौड़ा करने का काम किया जा रहा है लेकिन कछुआ गति से चल रहे काम पर सरकार व प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कठोर कदम नहीं उठाए गए हैं, जिसके कारण श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि हर वर्ष इस यात्रा में लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते हैं, लिहाजा प्राथमिकता के आधार पर सड़क व पार्किंग की व्यवस्था को सुधारा जाना चाहिए।
पासिंग प्लेस व पहले से गिरा मलबा न हटाना है प्रमुख कारण
मणिमहेश यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने कड़े आरोप लगाते हुए कहा कि इस मार्ग पर बग्गा के समीप रूंगडी घार, चूड़ी, धारवाला, लोथल, रंगा घार, हच्छी घार के दोनों तरफ, लूना से लेकर दुर्गेठि मंदिर तक तथा दुर्गेठि घार से लेकर ढकोग तक की सड़क इतनी तंग है कि यहां तो वाहनों के लिए पासिंग प्लेस तक नहीं बनाए गए हैं। कई स्थानों पर तो पहले से गिरा हुआ मलबा भी नहीं हटाया गया है। नैशनल हाईवे ऑथोरिटी की इतनी सुस्त कार्यप्रणाली पहली बार देखी गई है। जो जाम लगने का प्रमुख कारण है।
यात्रा के समापन तक हैवी मशीनरी की जाए बंद
लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कार्य कर रही जल विद्युत परियोजनाओं की हैवी मशीनरी, सीमैंट से लदे बड़े-बड़े लोडर जिनके लिए वैसे भी खुली सड़क चाहिए। उनके भी निरंतर चलने की वजह से जाम लग रहे हैं, ऊपर से परिवहन निगम की असंख्य खाली ही दौड़ रही बसें भी इस तंग और संकरे मार्ग पर जाम का कारण बन रही हैं। लोगों ने परियोजनाओं की हैवी मशीनरी को यात्रा के समापन तक बंद करने का आग्रह किया है।
क्या कहते हैं पुलिस व नैशनल हाईवे के अधिकारी
ट्रैफिक व्यवस्था देख रहे पुलिस उपाधीक्षक मयंक शर्मा ने बताया कि एकाएक यात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण समस्या आई थी, जिसे कड़ी मेहनत के बाद सुलझाया गया है। आगे ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए निजी वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है। अब एक निश्चित योजना के साथ वाहनों को चलाया जा रहा है। तंग व संकरे स्थानों पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। वहीं नैशनल हाईवे के एसडीओ डीसी शर्मा ने बताया कि जिन स्थानों पर सड़क तंग है, बरसात के कारण सड़क पर गिरा मलबा वहां से हटाया गया है तथा शेष हटाया भी जा रहा है।
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