Himachal: चम्बा में हड़ताल के बावजूद दाैड़ेंगी 108 एंबुलैंस, जानें किसके हाथ हाेगी मरीजों की सुरक्षा की कमान
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 03:54 PM (IST)
चम्बा (रणवीर): हिमाचल प्रदेश में 25 दिसम्बर की शाम 8 बजे से 108 एंबुलैंस कर्मचारियों द्वारा प्रस्तावित हड़ताल का असर चम्बा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर कम ही देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग और 108 प्रबंधन ने मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पहले ही कमर कस ली है। हड़ताल के दौरान एंबुलैंस के पहिए न थमे, इसके लिए विभाग ने सरकारी चालकों की व्यवस्था की है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मरीजों को अस्पताल पहुंचाने और चम्बा से बाहर रेफर किए जाने वाले गंभीर रोगियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
ब्लॉक स्तर पर सरकारी चालकों की तैनाती
हड़ताल की पूर्व सूचना मिलते ही प्रशासन ने चम्बा में ब्लॉक स्तर पर तैनात सरकारी गाड़ियों के चालकों को एंबुलैंस चलाने की जिम्मेदारी सौंप दी है। चम्बा मेडिकल कॉलेज के अलावा तीसा, भरमौर, चुवाड़ी, डल्हौजी और पांगी स्वास्थ्य केंद्रों में करीब 18 एंबुलैंस तैनात हैं। इन सभी स्थानों पर सरकारी चालकों के जरिए एंबुलैंस सेवा को सुचारू रखने का प्रयास किया जाएगा, ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों के लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
गंभीर मरीजों और रैफरल मामलों पर रहेगा फोकस
मेडिकल कॉलेज चम्बा से डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा, शिमला या चंडीगढ़ रैफर किए जाने वाले मरीजों के लिए यह हड़ताल सबसे बड़ी चुनौती बन सकती थी। इन मरीजों को स्ट्रेचर, ऑक्सीजन और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों की सख्त जरूरत होती है, जो केवल एंबुलैंस में ही उपलब्ध होते हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि हड़ताल पर जा रहे 108 एंबुलैंस के चालकों और अन्य स्टाफ ने आश्वासन दिया है कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में वे मानवता के नाते ड्यूटी पर लौट आएंगे। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने कर्मचारियों से अपील की है कि हड़ताल समस्या का समाधान नहीं है और वे बातचीत के जरिए अपनी बात रख सकते हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले पर 108 प्रभारी दिनेश ने बताया कि हड़ताल की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ताकि जनता को परेशानी न हो। यदि कर्मचारियों की कोई मांग है, तो वे उसे बता सकते हैं। वहीं, सीएमओ चम्बा डॉ. जालम ने जानकारी दी कि सरकारी गाड़ियों के चालकों की ड्यूटी ब्लॉक स्तर पर लगा दी गई है और सरकारी एंबुलैंस को भी मरीजों की सेवा में अतिरिक्त रूप से जोड़ा गया है।

