Himachal: इस पंचायत ने नशे के खिलाफ लिया बड़ा फैसला, सूचना देने वाले को मिलेंगे 15 हजार

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2025 - 10:32 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। मनाली ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने चिट्टे और नशे के खिलाफ एक सशक्त कदम उठाया है। ग्राम पंचायत मनाली ने एक बैठक आयोजित की, जिसमें सभी स्थानीय समुदायों ने नशे के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाई। यह बैठक माता हिडिंबा और मनु ऋषि के भंडार के प्रांगण में हुई, जिसमें पंचायत प्रधान मोनिका भारती की अध्यक्षता में एक सशक्त निर्णय लिया गया। इस बैठक में ग्राम पंचायत के सदस्य, महिला मंडल, युवक मंडल और बुद्धिजीवी वर्ग के लोग शामिल हुए। उनका उद्देश्य था कि गांव में नशे का कारोबार और उसका सेवन बंद हो, ताकि अगली पीढ़ी को इससे बचाया जा सके।

इस बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय यह लिया गया कि चिट्टा बेचने या नशा करने वालों की सूचना देने वालों को पंचायत 15 हजार रुपये का इनाम देगी। यह कदम चिट्टा और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री और सेवन को रोकने के लिए एक ठोस पहल के रूप में सामने आया है। पंचायत का मानना है कि अगर लोग नशे के खिलाफ जागरूक होंगे और एकजुट होकर इसे रोकने की कोशिश करेंगे तो यह समस्या धीरे-धीरे हल हो सकती है।

इसके अतिरिक्त, यह भी तय किया गया कि पंचायत क्षेत्र में 10:00 बजे के बाद सभी दुकानें, ढाबे, रेस्टोरेंट बंद होंगे। इसके साथ ही डीजे और लाइव म्यूजिक पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह कदम गांव के शांति और सुरक्षा के लिए उठाया गया है। पंचायत का मानना है कि रात के समय में युवाओं के लिए नशा करना और इसका सेवन बढ़ सकता है, इसलिए इस तरह के निर्णय से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

जो लोग इन नियमों की अवहेलना करेंगे, उन पर पंचायत की ओर से जुर्माना लगाया जाएगा। यह जुर्माना उन दुकानदारों, ढाबे और रेस्टोरेंट मालिकों पर लगाया जाएगा जो रात के समय अपनी दुकानें खुली रखेंगे या डीजे और लाइव म्यूजिक बजाने की कोशिश करेंगे। यह निर्णय पंचायत द्वारा लिया गया एक मजबूत कदम है, जिससे गांव में अनुशासन और शांति बनी रहेगी।

बैठक के दौरान, पंचायत ने नशे के खिलाफ लड़ाई के लिए एक विशेष कमेटी का गठन भी किया। यह कमेटी पंचायत प्रधान, उप प्रधान, महिला मंडल और युवक मंडल से जुड़े करीब 15 लोगों से मिलकर बनाई गई। इस कमेटी का मुख्य उद्देश्य गांव के युवाओं को नशे के खतरे के बारे में जागरूक करना और उन लोगों की पहचान करना है जो नशा बेचते हैं या इसका सेवन करते हैं। कमेटी इन सभी को पुलिस के पास पहुंचाने का काम करेगी ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

बैठक में उप प्रधान रामलाल ठाकुर और सभी वार्ड पंच भी मौजूद थे, जिन्होंने इस फैसले का समर्थन किया। महिला और ग्रामीण वर्ग के लोग भी इस पहल से जुड़कर गांव में नशे के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन कर रहे हैं। पंचायत का मानना है कि अगर हर कोई मिलकर काम करेगा, तो इस चुनौती का मुकाबला किया जा सकता है और गांव को नशे से मुक्त किया जा सकता है।


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Content Editor

Jyoti M

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