धीमा पड़ा मानसून, 10 तक हल्की वर्षा, पटरी पर लौटने लगा जनजीवन
punjabkesari.in Monday, Sep 04, 2023 - 10:50 PM (IST)

शिमला (संतोष): राज्य में मानसून के धीमा पडऩे से अब जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है। मौसम विभाग की मानें तो 10 सितम्बर तक एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं, लेकिन इस दौरान किसी भी प्रकार का अलर्ट नहीं रहेगा। मौसम के साफ रहने के कारण अब राज्य में स्थितियां सामान्य होने लगी हैं। पिछले सात दिनों के दौरान सामान्य से 83 प्रतिशत कम बारिश हुई है। अमूमन 28 अगस्त से 3 सितम्बर के बीच में सामान्यत: 38.4 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार मात्र 6.7 मिलीमीटर मेघ बरसे हैं, जिससे राज्य के लोगों ने राहत पाई है। इस अवधि में सिरमौर और लाहौल-स्पीति जिलों में मेघ नहीं बरसे हैं, जबकि शिमला में भी मात्र 1.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। चम्बा में 2.5, किन्नौर में 0.2, ऊना में 3.1, हमीरपुर में 7.1, कुल्लू में 3.9, सोलन में 5.6, बिलासपुर में 16.2 और मंडी में 9.2 मिलीमीटर मेघ बरसे हैं, जबकि कांगड़ा में सर्वाधिक 42.9 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
अब सिर्फ 3 एन.एच. व 140 सड़कें हंै बंद
राज्य में अब व्यवस्था पटरी पर आने लगी है। राज्य में अब मात्र 3 नैशनल हाईवे और 140 सड़कें ही बंद पड़ी हुई हैं। नैशनल हाईवे में एन.एच.105, एन.एच.305 व एन.एच.03 शामिल हैं, जबकि सड़कों में मंडी जोन के तहत 56, शिमला जोन के तहत 28, हमीरपुर जोन के तहत 31 व कांगड़ा जोन के तहत 22 शामिल हैं। 22 सड़कें मंगलवार को खोल दी जाएंगी, जबकि शेष सड़कें उसके बाद खुलेंगी, जिसके लिए 926 मशीनरी जुटी हुई है। राज्य में अब 61 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं, जिसमें मंडी में 34 व कुल्लू में 20 व शिमला में 5 शामिल हैं। सिर्फ मंडी जिला में 12 पेयजल योजनाएं ठप्प हंै।
राजधानी में छाया अंधेरा, ऊपरी इलाकों में हुई ओलावृष्टि
सोमवार सुबह जहां शिमला में धूप खिली, वहीं शाम राजधानी में अचानक मौसम ने करवट ली और चारों ओर अंधेरा छा गया। इसके बाद मेघ बरसने शुरू हुए और बारिश की बौछारें भी पड़ीं। सोमवार को राज्य के कई हिस्सों में वर्षा हुई, जिसमें सुंदरनगर में 38, धर्मशाला में 18.2, मंडी में 13, कांगड़ा में 6, बरठी में 7.5, मिलीमीटर बारिश हुई है। राज्य में पिछले 24 धंटे में मानसून कमजोर रहा और जोगिंद्रनगर में 1 सैंटीमीटर वर्षा हुई है, जबकि ऊपरी इलाकों में ओलावृष्टि हुई है, जिससे कई लोगों की सेब की फसल को नुक्सान हुआ है।