Shimla: अंतर्राज्यीय शाह सिंडीकेट का पर्दाफाश, मुख्य सरगना सहित 16 गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Jan 27, 2025 - 08:29 PM (IST)

शिमला (संतोष कुमार): मिशन कलीन को लेकर शिमला पुलिस के ड्रग पैडलरों व नशाखोरों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत पुलिस ने उत्तर भारत के एक बड़े गैंग शाह सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। शिमला में दक्षिणी दिल्ली के चिट्टे के साथ धरे गए 2 आरोपियों के जब पुलिस ने बैकवर्ड व फॉरवर्ड लिंक खंगाले तो एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे उत्तर भारत के साथ हिमाचल में पिछले 4 वर्षों से चिट्टे का कारोबार चलाया हुआ था। पुलिस इस मामले की कड़ियां जुटाती गई और अभी तक मुख्य सरगना सहित 16 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। मात्र 2 दिनों में पुलिस ने इस गिरोह के 9 आरोपियों को धर दबोचा है, जो शिमला व आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं।

26 और 27 जनवरी को सदर थाना शिमला पुलिस ने शुभम शांडिल पुत्र प्रदीप मोहन शांडिल निवासी ग्राम पट्टी डाकघर रझाणा शिमला, संदीप धीमान पुत्र स्व. शिव सरन धीमान निवासी ग्राम नेहरा डाकघर रझाना शिमला, संजय वर्मा पुत्र रमेश वर्मा निवासी ग्राम चमियाणा डाकघर कमलानगर शिमला, प्रज्वल जस्टा पुत्र रतन जस्टा निवासी ग्राम बड़ैओ डाकघर पनोग तहसील कोटखाई शिमला, नितिन खेपन पुत्र श्याम दीवान खेपन निवासी ग्राम धनवाड़ी डाकघर क्वार शिमला, विशाल मैहता पुत्र प्रदीप मैहता निवासी ग्राम कुपड़ी डाकघर पुजारली नंबर-2, अभिनव कंवर पुत्र नरदेव सिंह निवासी ग्राम भलाई डाकघर टियाली ठियोग, आशीष पुत्र राजेंद्र सिंह, निवासी ग्राम कालेमु डाकघर चलनैर कोटखाई और सचिन स्तान पुत्र राजेश स्तान निवासी ग्राम सतांडी डाकघर बघार तहसील कोटखाई शामिल हैं।

ऐसे जुड़ी थी मामले की कड़ियां, पुलिस ने परत-दर-परत परखी
बीते वर्ष 14 अगस्त को सदर पुलिस थाने की टीम ने शिमला के पुराने बस अड्डे के पास एक होटल से 2 लोगों रोहित पांडे और सूरज दोनों निवासी दक्षिणी दिल्ली को 6.38 ग्राम चिट्टे के साथ धर दबोचा था। इस प्रारंभिक गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आगे और पीछे की कड़ियों के माध्यम से जांच की, जिससे 3 अतिरिक्त संदिग्धों को पकड़ा गया। बीते वर्ष 14 सितम्बर को शिमला जिले के निवासी जुगल किशोर और जितेंद्र वर्मा और 4 अक्तूबर को आस्तिक चौहान को धर दबोचा। जांच टीम ने इसी वर्ष 16 जनवरी को कोलकाता में चिट्टा आपूर्ति शृंखला के सरगना संदीप शाह की पहचान करते हुए उसे गिरफ्तार करने के लिए उन्नत साइबर जांच उपकरणों का उपयोग करते हुए कोलकाता से एयरलिफ्ट किया, जो वहां छिपा बैठा था। इसके बाद 19 जनवरी को उसके मुख्य सहयोगी दक्षिण दिल्ली के महरौली से नीरज कश्यप को गिरफ्तार किया गया और 2 दिन में 9 आरोपी धरे गए।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करता था गिरोह
इस गिरोह द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से ऑनलाइन बुकिंग की सहायता से एक महत्वपूर्ण आपूर्ति शृंखला संचालित हो रही है, जो एक सुव्यवस्थित सिंडिकेट का संकेत देती है। जांच में पर्याप्त वित्तीय गतिविधियों का पता चला, जिसमें संदीप शाह और नीरज कश्यप के खातों में 1.2 करोड़ से अधिक के लेन-देन का खुलासा हुआ। पुलिस अतिरिक्त खातों का भी पता लगा रही है जिसमें संभावित रूप से करोड़ों रुपए का लेन-देन हो सकता है। शाह और कश्यप से जब्त किए गए उपकरण पिछले 4 वर्षों में शिमला पर विशेष ध्यान देने के साथ पूरे उत्तर भारत में संचालित एक व्यापक मादक पदार्थों की तस्करी के नैटवर्क को अंजाम दे रहे थे। अब तक पुलिस ने 17 व्यक्तियों से जुड़े 21 खाते फ्रीज कर दिए हैं, जिसमें कई लाखों की राशि का आदान-प्रदान हुआ है। शाह और कश्यप के खातों में कई यूपीआई लेन-देन का पता लगाया गया है।

डिजिटल उपकरणों, साइबर की कुशल टीम से गिरोह का हुआ पर्दाफाश, 70 से अधिक पैडलरों की हुई है पहचान : गांधी
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि पुलिस ने शाह सिंडिकेट की जांच के सिलसिले में 16 व्यक्तियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है। संगठित अपराध की गहराई और पैमाने की बात जांच में सामने आई है। इस व्यापक आपूर्ति शृंखला में शामिल व्यक्तियों की अनुमानित संख्या की पहचान करने के लिए आगे की जांच जारी है। ऐसे 70 से अधिक पैडलर इसमें शामिल हैं जो सीधे तौर पर इस सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं और जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे। वहीं सैकड़ों अन्य व्यक्तियों से भी पूछताछ की जाएगी। सिंडिकेट ने पिछले कुछ वर्षों में कई किलोग्राम में पर्याप्त मात्रा में चिट्टा की आपूर्ति की है लेकिन पुलिस टीम ने डिजिटल उपकरणों, विशेषज्ञ साइबर टीम व अन्य अपने संपर्कों के माध्यम से इस सिंडिकेट को बेपर्दा किया है।


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Content Writer

Kuldeep

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