Shimla: एचआरटीसी पैंशनर्ज क्यों हैं सड़कों पर, कब सुनी जाएंगी उनकी मांगें : जयराम
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 08:52 PM (IST)
शिमला (ब्यूरो): नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि व्यवस्था परिवर्तन वाली सुख की सरकार ने पूरे प्रदेश में व्यवस्थाओं को उलट-पलट दिया है। आज प्रदेश का हर वर्ग या तो सड़कों पर है या फिर सड़कों पर आने की तैयारी में है। आज एचआरटीसी के पैंशनर्ज सड़कों पर हैं और जब विपक्ष उनके हक की आवाज उठाता है तो जिम्मेदार लोग मुद्दे की बात करने की बजाय इधर-उधर की बात करते हैं।
शिमला से जारी बयान में उन्होंने कहा कि पैंशनर्ज एसोसिएशन के लोगों द्वारा कई बार सड़कों पर आकर दुख सुनाया जा चुका है और मांगें न मानने पर उनके द्वारा आगे बड़े आंदोलन की धमकी भी दी जा चुकी है। सिर्फ पैंशन ही नहीं, उनके बाकी मुद्दे सुलझाने की भी आवश्यकता है। कल पैंशनर्ज द्वारा बताया गया कि उनके मैडीकल बिल लंबित हैं। एरियर का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। बुढ़ापे में बीमारी की दवाई अगर उनकाे विभाग नहीं देगा तो कौन देगा। आए दिन परिवहन निगम नए-नए प्रयोग करके चर्चा में रहता है।
हकीकत यह है कि जिन लोगों ने अपनी जिंदगी लगा दी परिवहन निगम के लिए वह पैंशनर्ज आज सड़कों पर हैं और पैंशन और दवाई का पैसा मांग रहे हैं। सरकार का प्रचार तंत्र आए दिन परिवहन विभाग के द्वारा सैंकड़ों करोड़ कमाने का दावा करता है तथा क्रांतिकारी फैसले लेने की बात करता है। लेकिन बसों और टैक्सियों के किराया बढ़ाने और सरकार के प्रवचन के अलावा प्रदेश के लोगों को कुछ हासिल नहीं हुआ।
जयराम ठाकुर ने कहा कि पीएम धन धान्य कृषि योजना के तहत केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक चयनित जिलों को राष्ट्रीय औसत तक लाया जाए। देशभर के जिन 100 आकांक्षी जिलों को इस योजना के लाभ के लिए शामिल किया गया है। उन्हें 11 मंत्रालयों की 36 से ज्यादा योजनाओं का भी लाभ मिलेगा। लगभग है कि 1.7 करोड़ किसानों को धन धान्य कृषि योजना का लाभ मिलेगा।
किसानों और देश के लिए वरदान है पीएम धन धान्य और आत्मनिर्भर दलहन अभियान
जयराम ठाकुर ने लगभग 35 हजार करोड़ की लागत से दलहन आत्मनिर्भरता मिशन और प्रधानमंत्री धन धान्य योजना शुरूआत करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए सभी देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि दलहन आत्मनिर्भरता मिशन, ये सिर्फ दाल उत्पादन बढ़ाने का मिशन नहीं है, बल्कि हमारी भावी पीढ़ी को सशक्त बनाने का भी अभियान है। बीते 11 वर्षों से सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि किसान सशक्त हो, खेती पर ज्यादा निवेश हो।
किसानों को इससे बेहतर बीज, भंडारण सुविधाएं और उपज की सुनिश्चित खरीद से सीधा लाभ मिलेगा। 24000 करोड़ रुपए की पीएम धन धान्य कृषि योजना का उद्देश्य सिंचाई सुविधा बढ़ाना, फसल उत्पादकता को बढ़ावा देना और किसानों को ऋण प्रदान करना है। देश के 100 कम उत्पादकता वाले जिलों को इस योजना से लाभ मिलेगा। इसमें हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर को भी शामिल किया गया है। दीवाली से पहले पीएम की इस सौगात से दीवाली की खुशियां दुगुनी हो गई हैं।

