Shimla: एससीए चुनाव बहाली को लेकर HPU में SFI का प्रदर्शन, MLA काे घेरा...सुरक्षा कर्मियों से हुई धक्का-मुक्की
punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 06:06 PM (IST)

शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) परिसर शनिवार को एक बार फिर छात्र राजनीति के नारों से गूंज उठा। छात्र संघ (एससीए) चुनाव बहाल करने की मांग को लेकर स्टूडैंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्त्ताओं ने कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक से पूर्व जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान माहौल उस वक्त तनावपूर्ण हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने ईसी सदस्य और शिमला शहरी से विधायक हरीश जनार्था की गाड़ी को रोककर उनका घेराव कर लिया।
सुरक्षा घेरा बनाकर कुलपति कार्यालय तक पहुंचाए हरीश जनार्था
जानकारी के अनुसार जैसे ही विधायक हरीश जनार्था बैठक के लिए कुलपति कार्यालय की ओर जा रहे थे, बड़ी संख्या में एसएफआई कार्यकर्त्ताओं ने सड़क के बीच में बैठकर उनका रास्ता रोक लिया। कार्यकर्त्ता एससीए चुनाव बहाली की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी कर रहे थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर तैनात सुरक्षा बलों ने जब छात्रों को हटाने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक और धक्का-मुक्की हो गई। काफी देर तक चले इस हंगामे के बाद सुरक्षा कर्मियों ने एक सुरक्षा घेरा बनाकर विधायक जनार्था को सुरक्षित कुलपति कार्यालय तक पहुंचाया। इस झड़प में एसएफआई के तीन कार्यकर्त्ताओं को मामूली चोटें आने की भी खबर है।
विधायक के बयान का किया विरोध
एसएफआई के विश्वविद्यालय इकाई सह सचिव आशीष ने कहा कि यह प्रदर्शन विधायक हरीश जनार्था के उस नकारात्मक बयान के खिलाफ है, जो उन्होंने हाल ही में एससीए चुनाव बहाली को लेकर दिया था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 से प्रदेश में एससीए चुनाव पर रोक लगी है, जिससे छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार छीना जा रहा है। अपना प्रतिनिधि न होने के कारण छात्र अपनी समस्याएं प्रशासन के सामने प्रभावी ढंग से नहीं रख पा रहे हैं, जिससे छात्र राजनीति का स्वरूप बिगड़ रहा है।
कार्यकारी परिषद के सदस्यों को साैंपा ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद एसएफआई के एक प्रतिनिधिमंडल ने कार्यकारी परिषद के सदस्यों को विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें मुख्य मांग प्रत्यक्ष एससीए चुनावों को तत्काल बहाल करना है।