रेमडेसिविर इंजैक्शन मामला : नालागढ़ में दवा उद्योग का अस्वीकृत सामग्री स्टोर सील

punjabkesari.in Tuesday, May 25, 2021 - 11:09 PM (IST)

बीबीएन (ब्यूरो): हरियाणा में रेमडेसिविर इंजैक्शन मिलने के मामले में हरियाणा के अंबाला कैंट थाना में दर्ज एफआईआर के संदर्भ में एफडीए अंबाला जोन, अपराध जांच एजैंसी-1 अंबाला, सीडीएससीओ उप जोन बद्दी व दवा नियंत्रण प्राधिकरण हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने नालागढ़ के तहत गांव बेरसन स्थित दवा उद्योग में छापा मारा व उद्योग के अस्वीकृत सामग्री स्टोर को सील करके उद्योग प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा है। टीम को जांच के दौरान अस्वीकृत सामग्री स्टोर से 346 अनलेबल्ड वायल मिलीं, जिनमें सफेद रंग का पाऊडर भरा था। उनके ड्रग इंस्पैक्टर बद्दी ने सैंपल ले लिए हैं, जोकि जांच के लिए भेजे जाएंगे। टीम को जांच के दौरान रेमडेसिविर इंजैक्शन निर्माण से संबंधित कोई लेबल, कार्टन व पिं्रटिंग मैटीरियल नहीं मिला। गौर रहे कि 21 अप्रैल को हरियाणा राज्य में रेमडेसिविर इंजैक्शन मिलने के मामले में संलिप्त आरोपी से पूछताछ के दौरान हुए खुलासे के बाद यह कार्रवाई अमल में लाई गई है।

पहले भी सामने आ चुका है औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के एक उद्योग का नाम

बता दें कि इससे पहले भी रेमडेसिविर इंजैक्शन की कालाबाजारी में औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के एक उद्योग का नाम भी सामने आया है और इस मामले की जांच दवा नियंत्रक हिमाचल प्रदेश की टीम कर रही है। गौर रहे कि 18 अप्रैल को आप्रेशन सैल चंडीगढ़ की टीम ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी के मामले में 5 लोग गिरफ्तार किए थे। इस मामले में बद्दी स्थित दवा उद्योग के निदेशक को भी गिरफ्तार किया है और उक्त कंपनी से 3,000 डोज बरामद किए थे। इस कंपनी के पास रेमडेसिविर इंजैक्शन को घरेलू तौर पर बेचने की अनुमति नहीं थी और एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा है।

क्या कहते हैं राज्य दवा नियंत्रक

राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाहा ने बताया कि हरियाणा राज्य में रेमडेसिविर इंजैक्शन मिलने के मामले में संयुक्त टीम ने नालागढ़ के तहत बेरसन स्थित एल्फिन ड्रग उद्योग में जांच की और जांच के दौरान 346 अनलेबल्ड वायल मिलीं, जिनमें सफेद रंग का पाऊडर भरा था। इनके ड्रग इंस्पैक्टर बद्दी ने सैंपल ले लिए हैं जोकि जांच के लिए भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि उद्योग के अस्वीकृत सामग्री स्टोर को सील करके उद्योग प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Related News