संत निरंकारी सत्संग भवन को बनाया क्वारंटाइन सेंटर

punjabkesari.in Wednesday, Apr 01, 2020 - 12:21 PM (IST)

नूरपुर (संजीव महाजन) : हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा में ज्वाली प्रशासन ने संत निरंकारी सत्संग भवन को क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गया है। यह भवन पूरी तरह से सेवाएं देने के लिए तैयार हो चुका है। यहां सरकार और प्रशासन की तरफ से दी जा रही सुविधाओं की बात करें तो बेहतर इंतजाम हैं। खाने पीने की व्यवस्था मणीमहेश सेवा लंगर सीमित लव द्वारा की जा रही है। संत निरंकारी सत्संग भवन का बड़ा हॉल बाहर से आने वाले लोगों के लिए पूरी तरह से तैयार कर दिए गए हैं। इनको सेनिटाइज कर दिया गया है और अंदर एक मीटर की दूर पर गददे बिछा दिए गए हैं। इसके साथ ही इनमें पूरी सफाई का ध्यान रखा गया है, साथ में शौचालय भी हैं, जो इस सेंटर में रहने वाले लोगों के लिए पर्याप्त होंगे। 

इस सेंटर में अभी तक 27 लोग लाए गए हैं जिनमें कुछ हिमाचलवासी हैं तो कुछ दूसरे राज्यों से भी है। जिनको 14 दिन के लिए क्वॉरंटाईन सेंटर में रहना होगा। लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों को भी तैनात किया गया है।  पुलिस जवान पूरी कर्मठता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। पुलिस कर्मियो की पूरे ज्वाली उपमंडल में ड्यूटी लगा दी है जो भी व्यक्ति यहां वाहर से आएगा उसे पुलिस निगरानी में संत निरंकारी सत्संग भवन में बने क्वारंटाईन सेंटर भेज दिया जाएगा। 
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एसडीएम ज्वाली सलीम आजम ने बताया कि अभी तक ज्वाली उपमंडल में 6 क्वाटरटाईन सेंटर बनाए गए। जिसमें लगभग चौदह सौ लोगों को रख सकते। उन्होंने बताया कि संत निरंकारी सत्संग भवन ज्वाली भी क्वारंटाईन सेंटर बनाया गया है, जिसको सोमवार से खोला गया है। कल 23 लोग आए थे जो कि पैदल चल कर आए जिनको इस सेंटर में रखा गया है। जबकि चार लोग मंगलवार को आए हैं जो कि अब तक सत्ताईस लोग इस सेंटर में आ चुके हैं। जिनको पूरी सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं इस सेंटर में आती हैं तो उनके लिए अलग से केबिन बनाया जाएगा। और अगर ज्यादा महिलाएं आती है तो उनके लिए अलग से क्वारंटाईन सेंटर बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सभी लोगों से अपील कि कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे राज्य से आता है और अपने घर में बिना जानकारी के रहता है तो उसकी जानकारी तुरंत प्रशासन को दे जिससे किसी भी तरह की कोई बिमारी नहीं फैली। और सभी लोग अपने घरों में ही रहे। जिससे इस वायरस से बचा जा सके। सिविल अस्पताल ज्वाली के एसएमओ डॉ संजीव शर्मा ने बताया कि जांच करने के उपरांत किसी को भी बुखार खांसी, सर्दी ,कफ की वीमारी आती है। जैसे ही किसी तरह के लक्षण नजर आते हैं तो उनको टांडा में तुरंत भेजा जाएगा।
 


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kirti

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