अर्की में उपचुनाव की तैयारी, भाजपा में गुटबाजी भारी

punjabkesari.in Tuesday, Jul 13, 2021 - 09:22 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): अर्की निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक वीरभद्र सिंह के निधन से अर्की में हो रहे उपचुनाव को देखते हुए पार्टी के दोनों धड़ों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। इसे देखते हुए पार्टी संगठन ही नहीं हाईकमान भी चिंतित हो गया है। हालांकि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व हिमको के अध्यक्ष रत्न सिंह पाल का टिकट तय माना जा रहा है लेकिन गुटबाजी ऐसी बनी रही तो पार्टी नए चेहरे पर भी दांव खेल सकती है क्योंकि पुराने चेहरों को टिकट देने से नुक्सान भी हो सकता है।

स्वास्थ्य मंत्री के अर्की दौरे से पूर्व विधायक ने बनाई दूरी

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल के अर्की दौरे के दौरान भाजपा की गुटबाजी की कलई खुल गई है। पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा व जिला परिषद सदस्य आशा परिहार जैसे कई भाजपा नेताओं ने मंत्री के कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। हालांकि हिमको अध्यक्ष व विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे रत्न सिंह पाल व भाजपा मंडल कार्यक्रम में उपस्थित था। ऐसा नहीं है कि उनकी मंत्री से कोई नाराजगी है बल्कि भाजपा के ये दोनों गुट लंबे समय से एक मंच पर एकत्रित नहीं हो रहे हैं। पार्टी को उपचुनाव में इसका नुक्सान भी उठाना पड़ सकता है।

गोविंद राम शर्मा व रत्न सिंह पाल के समर्थक आमने-सामने

अर्की में भाजपा मंडल रत्न सिंह पाल के समर्थन में खड़ा है लेकिन उनके टिकट को चुनौती देने के लिए पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, जिला परिषद सदस्य आशा परिहार, जिला परिषद सदस्य अमर सिंह ठाकुर, पूर्व कर्मचारी नेता सुरेंद्र ठाकुर, किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय व पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष बालक राम शर्मा सहित कई नेताओं का एक गुट बना है जो उनमें से किसी एक नेता को टिकट देने के लिए पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाने की योजना बना रहा है। इनके अलावा प्रतिभा कंवर भी टिकट के दावेदारों में शामिल हैं। अर्की में पिछले विधानसभा चुनाव से पार्टी में गुटबाजी चली हुई है। जब से पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा का टिकट कटा है तब से उनके समर्थक व रत्न सिंह पाल के समर्थक आमने-सामने हैं। अब यह देखना दिलचस्प हो गया है कि पार्टी उपचुनाव की घोषणा से पूर्व गुटबाजी समाप्त करने में सफल होती है या नहीं।

प्रतिभा सिंह हो सकती हैं कांग्रेस की प्रत्याशी

अर्की में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रत्याशी बना सकती है। अर्की कांग्रेस ने अपने स्तर पर इसकी कवायद भी शुरू कर दी है। अर्की कांग्रेस की पहली प्राथमिकता प्रतिभा सिंह हैं। उपचुनाव में मिली जीत के बाद प्रतिभा सिंह अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का चेहरा भी बन सकती हैं। वीरभद्र समर्थक उनके नेतृत्व में एक जुट हो सकते हैं।

क्या बोले पूर्व विधायक

पूर्व विधायक अर्की गोविंद राम शर्मा ने कहा कि मैं सोमवार को अपने बेटे को आईजीएमसी में दिखाने के लिए गया हुआ था। इस कारण स्वास्थ्य मंत्री के अर्की दौरे में शामिल नहीं हो सका। इस बारे में मंत्री को भी सूचित किया था। यह बात अलग है कि मुझे स्वास्थ्य मंत्री के दौरे की सूचना मंडल ने नहीं बल्कि डॉ. राजीव सहजल ने जरूर दी थी। वहीं मंडलाध्यक्ष अर्की भाजपा के डीके उपाध्याय ने बताया कि अर्की उपचुनाव के लिए भाजपा तैयार है। भाजपा इस चुनाव को जीतकर इतिहास रचेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल का अर्की का दौरा सरकारी था। मंत्री ने स्वयं गोविंद राम शर्मा को फोन किया था।

पहली प्राथमिकता प्रतिभा सिंह को चुनाव लड़ाने की : रूप सिंह ठाकुर

ब्लॉक अध्यक्ष अर्की कांग्रेस रूप सिंह ठाकुर ने कहा कि अर्की ब्लॉक कांग्रेस की पहली प्राथमिकता प्रतिभा सिंह को ही चुनाव लड़ाने की है। उनके नेतृत्व में कांग्रेस एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। उनके चुनाव लडऩे से प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा होगा जिसका लाभ कांग्रेस को उपचुनाव में मिलेगा। यदि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी तो ब्लॉक कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेंद्र ठाकुर के लिए टिकट का समर्थन करेगी।


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Vijay

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