पुलिसकर्मियों ने अपने ही साथी को पीटा, लोगों ने किया हाइवे जाम
punjabkesari.in Saturday, Apr 03, 2021 - 03:28 PM (IST)
धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश में एक चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर अपने ही साथी के साथ मारपीट करने के आरोप लगे हैं। पुलिसकर्मियों द्वारा अपने ही साथी जवान के साथ मारपीट करने की खबर जैसे ही लोगों को मिली तो लोगों ने हाइवे जाम कर दिया। पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया और मामले में जांच का आश्वासन दिया। तब लोग हाइवे से हटे। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के कोटला पुलिस चौकी में चौकी के पुलिस कर्मियों पर अपने ही साथी को मारपीट कर बुरी तरह से घायल करने का मामला सामने आया है। इसके बाद ज्वाली के लोगों ने एकत्र होकर शनिवार को कोटला पुलिस चैकी का घेराव किया। इसके साथ ही आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है। लोगों ने नेशनल हाईवे 154 पर कोटला में बनी इस पुलिस चौकी के बाहर जोरदार प्रदर्शन करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुये कोटला पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई संजय शर्मा ने तुरंत अपनी हाइयर अथॉरिटी को फोन कर भारी पुलिस बल बुला लिया, साथ ही इस घटना की सूचना ज्वाली के डीएसपी सिद्धार्थ शर्मां को भी दे दी। सिद्धार्थ शर्मा पूरे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये और उन्होंने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर नेशनल हाईवे पर लगे जाम को खुलवाया। घायल जवान का पठानकोट में इलाज चल रहा है।
दरअसल, शनिवार को रविंद्र राणा नाम के पुलिस कर्मी के परिजनों ने कोटला पुलिस में ही आकर शिकायत दर्ज करवाई कि इसी पुलिस चौकी में कार्यरत रविंद्र को इसी पुलिस चौकी के कुछ पुलिस कर्मियों ने घर पर आकर पीटा है। परिजनों का कहना था कि पुलिसकर्मियों ने रविंद्र को इस कदर पीटा है कि उसके सर से निरंतर ब्लिडिंग होती रही। किसी भारी पत्थर नुमा चीज से इस कदर वार किया गया है कि पीड़ित का सिर बुरी तरह से जख्मी हो चुका है। पीड़ित को पहले तो शाहपुर भेज दिया गया, मगर शाहपुर सीएचसी में प्रॉपर इलाज न मिलने के चलते फिर उसे टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर करना पड़ा। लिहाज़ा टांडा में भी पीड़ित की मरहम पट्टी नहीं हो पाई और वहां भी इलाज न हो पाने की बात कह दी गई। जिसके बाद पीड़ित के परिजन उसे पठानकोट ले गये, जहां अमनीप नाम के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है।
प्रदर्शनकारियों की अगुवाई के लिए ज्वाली से विधायक रह चुके और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के सांसद रह चुके चंद्र कुमार भी मौके पर पहुंच गये और उन्होंने इस पूरे मामले में इंसाफ करने की अपील की। डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने प्रदर्शनकारियों को समझाते हुये कहा कि उनकी ओर से इस पूरे घटनाक्रम को समझने की कोशिश की जा रही है। साथ ही अपनी हायर अथॉरिटी को भी जानकारी दी जा चुकी है और इस पूरे मामले में किसी के साथ भी नाइंसाफी नहीं होगी। धर्मशाला से इस पूरे मामले की जांच पड़ताल करने और जानकारी लेने खुद पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन भी मौके पर पहुंच गये हैं। फिलहाल पूरे मामले की जांच पड़ताल जारी है।