कोठीपुरा स्कूल के छात्रों का कमाल, प्लास्टिक की खाली बोतलों से बनाया हट

punjabkesari.in Saturday, Jan 29, 2022 - 09:10 PM (IST)

स्लम एरिया के लिए साबित हो सकता है वरदान
बिलासपुर (अंजलि):
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा के छात्रों ने कमाल कर दिखाया है। इस पाठशाला के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने ऐसा करिश्मा कर दिखाया है, जिसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं था। अगर इन बच्चों के इस आविष्कार को सही तरीके से अपनाया जाए तो जहां एक तरफ पर्यावरण स्वच्छ रहेगा तो वहीं दूसरी तरफ स्लम एरिया में झुग्गी-झोंपड़ियों में रहने वाले लोगों को भी इसका फायदा मिल सकता है। बस थोड़ी-सी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर यह आविष्कार वरदान साबित हो सकता है। पाठशाला के बच्चों ने एक तरफ जहां आज के समय की प्रमुख समस्या कचरे का समाधान करके पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संदेश दिया तो वहीं दूसरी तरफ इनके आविष्कार ने स्लम एरिया के लोगों को परमानैंट ठिकाना बनाया है।

घास की छत और मिट्टी का फर्श बनाया

इन बच्चों के इस आविष्कार की हर तरफ तारीफ हो रही है। इन बच्चों ने प्लास्टिक की खाली बोतलों को एकत्रित करके उनके अंदर मिट्टी भरी, जिसके बाद इन बोतलों से एक हट बनाया, जिसकी छत घास की बनाई और फर्श मिट्टी का बनाया। प्लास्टिक की बोतलों में मिट्टी भरने से यह हट गर्मियों में ठंडा तथा सर्दियों में गर्म रहेगा। प्लास्टिक की बोतलों से बना यह हट काफी मजबूत है और इसकी लाइफ 100 वर्ष से अधिक बताई जा रही है। स्लम एरिया में झुग्गी-झोंपड़ियों में रहने वाले मजदूर काफी गरीब होते हैं जिसकी वजह से उनके पास गर्मियों में गर्मी से बचने के लिए न तो पंखा होता है और सर्दियों में ठंड से बचने के लिए न तो हीटर जैसे उपकरण होते हैं। ऐसे में यह घर उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि बोतलों में मिट्टी भरने की वजह से यह घर सर्दियों में गर्म तथा गर्मी में ठंडा रहेगा।

कचरे से बनाया है हट

विद्यालय के प्रधानाचार्य अरुण गौतम ने बताया कि 15 अगस्त, 2021 को हिमाचल के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत खेल-खेल में स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया। शिक्षा मंत्री के आदेशों के अनुसार डीसी बिलासपुर पंकज राय ने जिला परियोजना अधिकारी के साथ इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए 20 पाठशालाओं का चयन किया। इसके अंतर्गत बिलासपुर जिले के 5 शिक्षा खंडों में हर शिक्षा खंड से 2-2 पाठशालाओं का चयन किया गया, जिनमें 10 पाठशालाएं लोअर प्राइमरी तथा 10 पाठशालाएं अप्पर प्राइमरी की ली गईं। अप्पर प्राइमरी पाठशाला में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा का चयन किया गया, जिसके अंतर्गत बच्चों ने इस अभियान में भाग लिया और तरह-तरह की वस्तुओं का निर्माण किया और ये सभी वस्तुएं कचरे से बनाई गईं। इनमें गीले कूड़े के लिए अलग कूड़ादान, सूखे कूड़े के लिए अलग से कूड़ादान, फर्स्ड एड बॉक्स, पैन स्टैंड, फूलदान, पेंटिंग कार्ड व बैज इत्यादि शामिल हैं।

अध्यापकों ने भी किया मार्गदर्शन

इसी अभियान में अध्यापकों के मार्गदर्शन में बच्चों ने इस हट का निर्माण किया। इसे बनाने में कोई लागत नहीं आई। यह पूरी तरह से प्लास्टिक की खाली बोतलों और मिट्टी से बनाया गया है। यह जहां बिजली की बचत करेगा तो वहीं पर्यावरण को भी स्वच्छ रखेगा। प्लास्टिक की बोतलों में मिट्टी भरने की वजह से यह बोतलें काफी मजबूत हो जाती हैं और इनके अंदर चूल्हे में आग इत्यादि जलाने से यह पिघलेंगी भी नहीं। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रोजैक्ट में थोड़ा और कार्य किया जाए और निर्माण विधि में उच्च तकनीक का इस्तेमाल किया जाए तो यह जहां पर्यावरण को स्वच्छ रखेगा तो वहीं स्लम एरिया में इसका काफी फायदा मिलेगा।

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Content Writer

Vijay

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