एचपी शिवा परियोजना से मजबूत होगी किसानों की आर्थिकी : महेंद्र सिंह ठाकुर
punjabkesari.in Monday, Aug 17, 2020 - 06:21 PM (IST)
मंडी (पुरुषोत्तम) : जलशक्ति, बागवानी, राजस्व और सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार की महत्वाकांक्षी एचपी शिवा परियोजना से प्रदेश के किसानों की आर्थिकी को बड़ा बल मिलेगा। एशियन विकास बैंक की मदद से लागू की जा रही इस परियोजना में प्रथम चरण में 1688 करोड़ रुपये खर्चे जा रहे हैं। महेंद्र सिंह ठाकुर मंडी के विपाशा सदन में जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एचपीशिवा परियोजना के तहत बीज से बाजार तक संकल्पना के आधार पर बागवानी विकास किया जाएगा तथा लगभग 20 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में उच्च घनत्व वाले नए बगीचों की स्थापना की जाएगी। जिससे प्रदेश के निचले क्षेत्रों के लगभग 50 हजार बागवान परिवार सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा कि एचपी शिवा परियोजना के प्रथम चरण में मंडी जिला के 7 ब्लॉक लिए गए हैं। इनमें मंडी सदर, सुंदरनगर, नाचन, बल्ह, चौंतड़ा, सरकाघाट और धर्मपुर ब्लॉक शामिल हैं। परियोजना में अभी 17 पायटल प्रोजेक्ट चल रहे हैं। मुख्य काम अब शुरू किया जाना है। परियोजना में किसानों को खेतों की फेंसिंग से लेकर पौधे लगाने को गढ्ढे करने, खाद और पौधे उपलब्ध करवाने, ड्रिप सिंचाई सुविधा पर शतप्रतिशत अनुदान सरकार की ओर से दिया जा रहा है। उन्होंने बागवानी विभाग के सभी अधिकारियों को संबंधित क्षेत्रों में किसानों से मिलने और उन्हें परियोजना के तहत काम के लिए प्रेरित करने को कहा। साथ ही निर्देश दिए कि किसानों को उन क्षेत्रों का भ्रमण करवाएं जहां परियोजना में पायटल आधार पर काम हुआ है ताकि उन्हें काम का अंदाजा हो सके। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से भी अधिक से अधिक लोगों तक इस योजना की जानकारी पहुंंचाने और उन्हें प्रोत्साहित करने में मदद का आग्रह किया।
जलशक्ति मंत्री ने सुंदरनगर और बग्गी के अधिशासी अभियंताओं को सुंदरनगर-बग्गी से होकर गुजर रही नहर से दोंनों किनारों के क्षेत्रों के लिए सिंचाई की परियोजनाएं बनाने के निर्देश दिए। कहा कि इस कार्य को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत करें और दोनों ओर अधिक से अधिक क्षेत्र को इसमें सम्मिलित करने का प्रयास करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को फील्ड में जाकर अपनी परियोजनाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेताया कि ऑफिसों में बैठ कर कागज काले करने से काम नहीं चलेगा। अधिकारी ऑफिस की कुर्सी छोड़ कर ग्रामीण क्षेत्रों में जाएं और धरातल पर काम को देखें। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों का ठीक से निर्वहन करें। इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता के कामों को समयबद्ध पूरा करें।