हाईकोर्ट ने पालमपुर के कारोबारी को उचित सुरक्षा मुहैया करवाने के दिए आदेश, कांगड़ा में दर्ज होगी FIR

punjabkesari.in Thursday, Nov 16, 2023 - 07:05 PM (IST)

शिमला (मनोहर): पालमपुर के कारोबारी निशांत कुमार शर्मा द्वारा अपनी व परिवार के सदस्यों की जान को बताए खतरे की शिकायत पर आज ही कांगड़ा जिले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। प्रदेश हाईकोर्ट में मौजूद डीएसपी ज्वालाजी की हिदायत पर महाधिवक्ता की ओर से यह वक्तव्य दिया गया। मामले पर सुनवाई के पश्चात मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने एसपी शिमला और कांगड़ा को आदेश दिए कि वे शिकायतकर्ता को उचित सुरक्षा मुहैया करवाएं। पिछली सुनवाई को कोर्ट ने इस मामले में एसपी शिमला और एसपी कांगड़ा से स्टेटस रिपोर्ट तलब की थी। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने हैरानी जताई कि इस मामले में जान को खतरे जैसे गंभीर आरोप लगाने वाले पीड़ित की प्राथमिकी अभी तक दर्ज नहीं की गई जबकि प्रार्थी के आरोपों से खुद को पीड़ित समझने वाले की तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। कोर्ट ने कहा कि प्रार्थी ने गंभीर आरोप लगाते हुए गैंगस्टर से अपने और अपने परिवार की जान को खतरे की बात कही है, फिर भी उसके लगाए आरोपों पर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई जबकि मानहानि के आरोप लगाने वाले की तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। अब कोर्ट ने मामले पर अगली सुनवाई 22 नवम्बर को निर्धारित की है। 

निशांत कुमार ने हाईकोर्ट को लिखी है ई-मेल 
मामले के अनुसार निशांत कुमार शर्मा ने 28 अक्तूबर को हाईकोर्ट को ई-मेल के माध्यम से अपने और अपने परिवार की जान को खतरे की बात लिखी है। प्रार्थी ने लिखा है कि वह चिंतित और भयभीत है कि उन्हें या तो पुलिस प्रमुख संजय कुंडू द्वारा मार दिया जाएगा या गंभीर रूप से डराया धमकाया जाएगा। कारोबारी ने लिखा है कि गुरुग्राम में भी उस पर हमला हो चुका है जिसमें वह बच गया। इस वारदात की रिपोर्ट को वापस लेने के लिए उसे 2 बाइक सवार व्यक्तियों ने भागसूनाग और मैक्लोडगंज के बीच वाले रास्ते में रोककर धमकाया।

डीजीपी कार्यालय से एक ही दिन में 14 फोन आए
ई-मेल के मुताबिक डीजीपी कार्यालय से उसे एक ही दिन में 14 फोन आए। उसे डीएसपी व एसएचओ पालमपुर ने भी फोन किए। एसएचओ पालमपुर ने व्हाट्सएप मैसेज कर बताया कि डीजीपी उससे बात करना चाहते हैं इसलिए उसे डीजीपी कार्यालय में वापस कॉल कर लेनी चाहिए। कॉल बैक करने पर डीजीपी ने कहा कि निशांत तुम शिमला आओ और उनसे मिलो। इस पर जब उसने कहा कि वह क्यों उनसे मिले तो डीजीपी ने कहा कि उसे शिमला आना होगा और उनसे मिलना होगा। ई-मेल के माध्यम से निशांत ने हिमाचल के ही दो रसूखदार लोगों पर उससे जबरन वसूली का दबाव बनाने की बात कही है। मुख्य न्यायाधीश ने ई-मेल पर संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक आदेशों से इसे आपराधिक रिट याचिका पंजीकृत करने के आदेश दिए थे।
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Content Writer

Vijay

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