....तो इस वजह से हिमाचल के ‘इस’ जिला के 26 Primary School हुए बंद

punjabkesari.in Wednesday, Apr 05, 2017 - 07:42 PM (IST)

मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के 26 राजकीय प्राथमिक स्कूल प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने छात्रों की संख्या 5 से कम होने पर बंद कर दिए हैं। विभाग ने प्रदेश सरकार के फैसले पर अमल करते हुए जिला के 26 प्राथमिक स्कूलों की सूची जारी कर उन्हेंसाथ लगते अन्य स्कूलों में मर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं। विभाग ने खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी स्कूल 0 से 5 छात्र संख्या वाले हैं, उन्हें दूसरे स्कूलों में मर्ज करने को लेकर आगामी कार्रवाई अमल में लाएं। विभाग ने यह भी निर्देश दिए हैं कि इन स्कूलों के बंद होने पर स्कूल के भवन का रखरखाव संबंधित केंद्रीय मुख्य शिक्षक को करने बारे भी अवगत करवाएं ताकि भवन की देखरेख हो सके। 

ये स्कूल किए मर्ज 
विभागीय जानकारी अनुसार मंडी जिला के 0 से 5 छात्र संख्या वाले 26 प्राथमिक स्कूल साथ लगते स्कूलों में मर्ज होंगे। सबसे अधिक शिक्षा खंड चौंतड़ा-2 के 7 प्राथमिक स्कूल बंद होंगे, जिनमें से राजकीय प्राथमिक स्कूल सलाहन को खद्दर स्कूल में मर्ज किया जाएगा। इसके अलावा प्राथमिक स्कूल पिरह को बनांदर, कालाअंब को पंडोल, घमीरु को जोल, पंतेहड़ को गोलवां, ब्रां को ऊटपुर व डुघली को गोलवां स्कूल में मर्ज किया गया है, वहीं चौंतड़ा-1 का रड़ा भंकेड़ को ऐहजू में जबकि द्रंग-1 के पंजागणा-2 को पंजागणा-1 में, लांघा को बसेहड़, छम्ब जो पहले ही अथ्रा स्कूल में मर्ज है, अथ्रा को बिहुं, शिक्षा खंड धर्मपुर-2 के खरुण को रंगड़, सक्रैण को तनेहड़, भदेड़ को लखरेहड़, रोपड़ी बागफाल को गद्दीधार, तलवाड़ को बिहुं मनोटला व बछवाण को काशमैला, शिक्षा खंड करसोग-2 के बेहली-2 स्कूल को खील, शिक्षा खंड सदर-1 के दयारी को कैहनवाल, शिक्षा खंड सदर-2 के मलारी को पंजैण जबकि शिक्षा खंड साईगलू के तरयासल को भारगांव, बडोहा को कोट, बरनोटा को लागधार, सरवाल को सलैतर व सिरड़ हवाणी स्कूल रिवालसर स्कूल में मर्ज किया गया है। 

30 से पहले बंद न किए जाएं स्कूल 
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर ने बताया कि संघ ने मांग  की है कि 0 से 5 छात्र संख्या वाले स्कूलों को 30 अप्रैल तक मर्ज न करने की मांग उठाई है। संघ का कहना है कि दाखिले की प्रक्रिया प्रगति पर है और उक्त स्कूलों में छात्रों की संख्या 5 से अधिक हो सकती है। फिलहाल स्कूलों को मर्ज करने का फैसला स्थगित कर आगामी 30 अप्रैल तक बच्चों की संख्या के हिसाब से स्कूलों को मर्ज बारे निर्णय लिया जाए।


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