महिला होमगार्ड ने रोते हुए सुनाई आपबीती, पॉजिटिव आने के बाद भी मिले ड्यूटी देने के निर्देश

punjabkesari.in Thursday, Dec 03, 2020 - 11:22 PM (IST)

शिमला (जस्टा): कोरोना महामारी के बीच एक महिला होमगार्ड न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन उसे कोई न्याय दिलाने के लिए आगे नहीं आ रहा है। होमगार्ड विभाग में तैनात पूनम नामक महिला ने इसी विभाग के अधिकारियों पर ड्यूटी के लिए प्रताडि़त करने के आरोप लगाए हैं। गुरुवार को रिज मैदान पर महिला कर्मचारी मीडिया के समक्ष एकदम से रो पड़ी। महिला ने रोते हुए कहा कि उसे होमगार्ड विभाग के उच्च अधिकारी प्रताडि़त कर रहे हैं। महिला ने कहा कि उसकी ड्यूटी जब डीडीयू अस्पताल में थी तो उसके साथ की एक होमगार्ड कोरोना पॉजिटिव आ गई, ऐसे में वह उसके संपर्क में आने के चलते डीडीयू के पास ही कमरे में आइसोलेट हो गई क्योंकि वह अगर घर जाती तो उसके संपर्क में घर पर अन्य लोग भी आ सकते थे।

महिला कर्मचारी का कहना है कि उसने वहां पर समस्याओं को लेकर एक वीडियो बनाया और सिर्फ अपने फ्रैंड, माता व भाभी को भेजा और डिपार्टमैंट के एक लड़के को भी भेजा लेकिन डिपार्टमैंट के एक अधिकारी ने उस लड़के को कहा कि इस वीडियो को एमएस को भेज दो और वहां पर जाकर इस महिला के खिलाफ लिखकर दे दो। यह वीडियो होमगार्ड के उच्च अधिकारी के पास भी भेज दिया गया। उसके बाद ड्यूटी डीडीयू से चेंज कर दी और आईजीएमसी के ब्लड बैंक में लगा दी।

हालांकि महिला कोरोना पॉजिटिव आई थी लेकिन रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद उसने ड्यूटी फिर से ज्वाइन कर ली। उसे सांस लेने में फिर भी दिक्कत हो रही थी, जिसके चलते वह वहां पर ड्यूटी नहीं कर पा रही थी। आईजीएमसी में मरीजों की अधिक संख्या होती है, ऐसे में वह वहां पर ड्यूटी नहीं दे सकती थी। महिला का कहना है कि जब आईजीएमसी से ड्यूटी को चेंज करने को कहा गया तो अधिकारी ने कहा कि तुझे कुछ नहीं होना है। आप बिल्कुल स्वस्थ हैं। बार-बार अधिकारी द्वारा यह भी कहा गया कि आपकी ड्यूटी चेंज कर दी है और केएनएच में लगाई है लेकिन महिला के पास ऐसे किसी ऑर्डर की कॉपी नहीं आई है। अधिकारियों को बार-बार बताया गया लेकिन कुछ नहीं किया जा रहा है।

महिला का कहना है कि वह 2 महीने से अब घर पर ही है और उसे कोई सैलरी नहीं दी जा रही है। महिला का कहना है कि महिला आयोग के पास भी वह मामले को लेकर गई थी लेकिन अभी तक कोई सहायता नहीं की गई है। होमगार्ड के सभी अधिकारियों से मिल चुकी है लेकिन कोई मदद नहीं की गई है। महिला का कहना है कि विभाग द्वारा कई लोगों को घर बैठे सैलरी दी जा रही है। अब महिला की यही मांग है कि उसे ड्यूटी दी जाए।

वहीं एडीजी होमगार्ड हिमाचल प्रदेश एपी सिद्दीकी ने बताया कि मेरे पास इस तरह का कोई मामला नहीं आया है। अगर ऐसा है तो मामले को लेकर जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस मामले को लेकर इसके अलावा अभी कुछ ज्यादा नहीं बताया जा सकता है। जांच के बाद ही कुछ पता चल पाएगा।


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Vijay

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