कृषि विज्ञानं केंद्र में लगा जलशक्ति अभियान के तहत किसान मेला

punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2019 - 03:03 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : ऊना के कृषि विज्ञान केंद्र में जल शक्ति अभियान के तहत किसान मेले का आयोजन किया गया। जिसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और मेले का आगाज किया। वहीं कृषि वैज्ञानिकों ने मेले में पहुंचे किसानों को पानी का महत्व बताते हुए जल संचय और जल संरक्षण के टिप्स दिए। ऊना जिला देश के उन 255 जिलों में शुमार है जहाँ पर भूमिगत जल का स्तर लगाता गिर रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार ऊना जिला में एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे गया है, जो कि बेहद गंभीर स्थिति है।
PunjabKesari

दरअसल जिला ऊना में भूमि में मौजूद पानी से 148 प्रतिशत अधिक पानी का इस्तेमाल पीने और सिंचाई के लिए हो रहा है। ऊना जिला को इस समस्या से बाहर निकालने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ-साथ विभिन्न विभाग व संस्थाएं प्रयासरत है।इसी कड़ी के तहत कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जल शक्ति अभियान को लेकर ही ऊना में किसान मेले का आयोजन किया गया। किसान मेले का शुभारंभ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने किया वहीँ कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीकों, उत्पादों और उर्वरकों से सम्बंधित जानकारी देने के साथ ही जल संचय और जल संरक्षण के टिप्स भी दिए।
PunjabKesari

चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के अनुसंधान विभाग के निदेशक वीके वत्स ने किसानों को कम पानी का प्रयोग कर उन्नत खेती के बारे बताया वहीँ खेतों के माध्यम से भूमि में पानी को रिचार्ज करने की जानकारी भी दी। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि देश में पानी की समस्या से निपटने के पीएम नरेंद्र मोदी ने जलशक्ति अभियान का आगाज किया है।
PunjabKesari

सत्ती ने कहा कि अगर पीने के पानी की समस्या पेश आ रही है तो सिंचाई के लिए जल कहां से मिलेगा। सत्ती ने कहा कि पहले देश में तालाब और कुंओं में पानी होता था जिससे पानी के प्रयोग के साथ-साथ भूमि में पानी रिचार्ज भी होता रहता था लेकिन अब घर-घर में पानी पहुंच गया है जिस कारण उसका दुरूपयोग भी शुरू हो गया है और इसी के कारण पानी की किल्लत आना शुरू हो गई है।सत्ती ने कहा कि भू-जल स्तर लगातार गिर रहा है जिसकी चपेट में जिला ऊना भी आया है। सत्ती ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है, ताकि इस समस्या से निपटा जा सके। 
PunjabKesari

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Simpy Khanna

Recommended News

Related News