Mandi Disaster: दुख में भागीदार बना प्रशासन, 12 KM पैदल चलकर आपदा पीड़ितों के बीच पहुंचे डीसी अपूर्व देवगन
punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 07:47 PM (IST)

मंडी (रजनीश): आपदा से जूझ रहे लोगों तक राहत पहुंचाना केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, एक मानवीय कर्तव्य भी है। इसी भावना को लेकर मंडी जिला के डीसी अपूर्व देवगन लगातार आपदा प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने थुनाग क्षेत्र के कई दूरस्थ गांवों का दौरा किया, जहां अभी भी सड़कें बंद हैं और लोगों तक पहुंचना बेहद चुनौतीपूर्ण है।
डीसी अपूर्व देवगन ने आज देजी, पखरैर, रीला, लांबसाफड़, मरहाला, कसवाली और घिंडी जैसे गांवों का दौरा किया। खास बात यह रही कि उन्होंने इन गांवों तक पहुंचने के लिए लगभग 12 किलोमीटर का कठिन पहाड़ी रास्ता रैनगलू से पैदल तय किया। रास्ते में उन्हें कई जगह पर भूस्खलन से बाधित रास्तों और अस्थायी पुलों से गुजरना पड़ा, लेकिन वे रुके नहीं।
इन गांवों में पहुंचकर उन्होंने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया, उनकी समस्याएं सुनीं और राहत व पुनर्वास कार्यों की जमीनी हकीकत का जायजा लिया। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि वे किस तरह से प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं—कई लोगों के घर उजड़ गए हैं, सड़कें टूटी हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति ठप्प हो चुकी है। उपायुक्त ने सभी को भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तरह से उनके साथ खड़ा है और हरसंभव मदद उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों पर जिला प्रशासन व सभी विभाग मिलकर युद्ध स्तर पर राहत एवं बहाली कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने कसवाली गांव में स्थित प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण भी किया। उन्होंने स्कूल भवन की स्थिति, बच्चों की उपस्थिति और शिक्षण कार्य की जानकारी ली। साथ ही, उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में किसी प्रकार की दिक्कत न हो और बच्चों की पढ़ाई सुचारु रूप से जारी रहे।
डीसी अपूर्व देवगन ने मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग, विद्युत बोर्ड और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से क्षेत्र में चल रहे बहाली कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब राहत के साथ-साथ पुनर्निर्माण और स्थायी समाधान की दिशा में भी काम तेज किया जाएगा। अपूर्व देवगन की यह संजीदगी और जमीनी स्तर पर मौजूदगी से प्रभावित लोग न सिर्फ राहत महसूस कर रहे हैं, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी मिल रहा है कि प्रशासन उनकी सुध ले रहा है और जल्द हालात सामान्य होंगे।