मंडी : 10 साल बाद सेरी मंच पर होंगी अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याएं
punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2023 - 07:55 PM (IST)

मंडी (रजनीश): अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव-2023 में आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्याएं 10 साल बाद सेरी मंच पर आयोजित की जाएंगी। शिवरात्रि मेले की सांस्कृतिक संध्याओं का स्थल बदलने का फैसला सोमवार को विपाशा सदन में हुई अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव-2023 के आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर की अध्यक्षता में आयोजित आम बैठक में लिया गया। बैठक में शिवरात्रि मेला कमेटी अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने शिवरात्रि मेले के आयोजन से संबंधित मदों पर चर्चा करते हुए रिपोर्ट सदन में रखी।
देवी-देवताओं और देवलुओं के नजराने में बढ़ौतरी पर भी चर्चा
बैठक में उपस्थित लोगों ने इस बार ऐतिहासिक सेरी मंच पर सांस्कृतिक संध्याएं आयोजन करने का प्रस्ताव रखा। 10 साल पहले सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन पड्डल मैदान में ले जाया गया था। मगर तब से लेकर हर शिवरात्रि में मंडी वासियों की मांग रही है कि सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन सेरी मंच पर शहर के बीचोंबीच किया जाए। अब कांग्रेस सरकार के आते ही इस व्यवस्था को बदलकर सांस्कृतिक संध्याएं सेरी मंच पर करवाने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा बैठक में देवी-देवताओं और देवलुओं को दिए जाने वाले नजराने में बढ़ौतरी करने पर भी चर्चा की गई।
देवी-देवताओं के बैठने के लिए स्थान चिन्हित करने को बनेगी कमेटी
बैठक में पड्डल के मैदान में देवी-देवताओं के बैठने के लिए स्थान चिन्हित करने के सवाल पर 9 सदस्यीय कमेटी के गठन का फैसला लिया गया। कमेटी गठन का प्रस्ताव बैठक की अध्यक्षता कर रहे विधायक चंद्रशेखर ने लाया। विधायक ने शिवरात्रि मेला कमेटी अध्यक्ष एवं डीसी को निर्देश दिए कि कमेटी का गठन करके परेशानी को हल करने का प्रयास किए जाए।
भीमाकाली मंदिर में परोसी जाएगी धाम
शिवरात्रि मेले में देवी-देवताओं के साथ आने वाले देवलुओं सहित अतिथि के लिए 5 दिन तक परोसी जाने वाली धाम इस बार स्कूल बाजार में नहीं बल्कि भ्यूली स्थित भीमाकाली माता मंदिर परिसर में परोसी जाएगी। पहली बार मेले के दौरान परोसी जाने वाली धाम के स्थल को बदलने के लिए बैठक में निर्णय लेकर स्थान तय किया गया। बैठक में उपस्थित लोगों ने धाम को ओ-ब्लाक विजय हाई स्कूल की इमारत में करने का सुझाव दिया लेकिन धरोहर इमारत और स्कूल परिसर साथ होने के कारण इस पर सहमति नहीं बना पाई और भ्यूली स्थित माता भीमाकाली मंदिर परिसर में देवलु धाम का आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बता दें कि देवलुओं के लिए दी जाने वाली धाम पहले यू-ब्लाक स्कूल परिसर में खिलाई जाती थी। यू-ब्लाक परिसर में स्कूल भवन को गिराकर पार्किंग निर्माण कार्य होने के कारण इस बार स्थल को बदला गया है।
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