कृषि सहकारी सभा में महाघोटाला : सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मामला दर्ज

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2019 - 09:07 PM (IST)

गगरेट (बृज): कृषि सहकारी सभा दियोली में हुए 11 करोड़ 70 लाख रुपए के महाघोटाले में सहकारिता विभाग की शिकायत पर गगरेट पुलिस ने सभा सचिव के विरुद्ध धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी हरनाम सिंह ने केस दर्ज होने की पुष्टि की है। जिस अवधि में यह घोटाला हुआ है उस समय की प्रबंधन समिति पर भी कानूनी कार्रवाई अमल में लाने की मांग सहकारिता विभाग ने पुलिस से की है। इसके साथ ही इस मामले में विभाग द्वारा नियुक्त किए गए जांच अधिकारी रवि जसवाल को साथ लेकर सहायक पंजीयक सभा कार्यालय पहुंचे और इस घोटाले की जांच भी आरंभ कर दी है। सहायक पंजीयक सुरेंद्र वर्मा ने सभा का ऋण नहीं लौटा रहे ऋणदाताओं के साथ भारी-भरकम ऋण लेने वालों की भी लिस्ट तैयार कर उनके कार्यालय भेजने के निर्देश जारी किए हैं ताकि मध्यस्थ तैनात कर इन ऋणों की उगाही का काम भी शुरू किया जा सके।

सभा सदस्यों ने दी चक्का जाम की धमकी

कृषि सहकारी सभा दियोली में सामने आए इस महाघोटाले के कई दिन बाद भी पुलिस में प्राथमिकी दर्ज न होने और कोई कार्रवाई शुरू न होने से सभा सदस्य भी भड़क उठे थे और सभा सदस्यों ने अगले रविवार चक्का जाम करने की धमकी दी थी। इसके बाद हरकत में आए सहायक पंजीयक सुरेंद्र वर्मा प्राथमिकी दर्ज करवाने खुद पुलिस थाना गगरेट पहुंचे और उन्होंने सारी औपचारिकताएं पूरी करवाकर प्राथमिकी दर्ज करवा दी। प्राथमिकी में सभा सचिव का नाम गबन करने वालों में शुमार है जबकि उस समय की प्रबंधन समिति के विरुद्ध भी कार्रवाई करने को कहा गया है जिस अवधि में यह घोटाला हुआ है। हालांकि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

जांच अधिकारी को साथ लेकर कार्यालय पहुंचे सहायक पंजीयक

सूत्रों की मानें तो पहले पुलिस अपने स्तर पर इस मामले की जांच करेगी और उसके बाद ही पुलिस की अगली कार्रवाई शुरू होगी। उधर, सहायक पंजीयक सुरेंद्र वर्मा मंगलवार को दियोली सहकारी सभा में हुए घोटाले की जांच के लिए तैनात किए गए जांच अधिकारी रवि जसवाल को साथ लेकर सभा कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रबंधन समिति से भी इस मामले में विभाग का सहयोग करने की अपील की है ताकि सभा की पाई-पाई वसूल हो सके। जांच अधिकारी इस बात का पता लगाएंगे कि घोटाला कैसे हुआ और इसमें प्रबंधन समिति की कितनी लापरवाही रही है। सहायक पंजीयक ने उन ऋणदाताओं की लिस्ट भी तैयार करने को कहा है जिन्होंने लंबे अर्से से सभा से लिए गए ऋण को लौटाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसके साथ बड़े ऋणदाताओं की भी सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद मध्यस्थ तैनात कर इस ऋण की वसूली की जाएगी।

क्या बोले सहायक पंजीयक

सहायक पंजीयक सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि इस मामले में पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया गया है और जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच बैठा दी गई है। जनता के पैसे को हड़पने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vijay

Recommended News

Related News