नावेद को पकडऩे वाले शिमला में सम्मानित

punjabkesari.in Thursday, Aug 20, 2015 - 01:12 AM (IST)

शिमला: देश से आतंकवाद के खात्मे के लिए सभी राजनीतिक दलों व पार्टियों को एक मंच पर इकट्ठा होने और एक साथ मिलकर लगातार कदम उठाने की आवश्यकता है। यह बात एंटी टैरेरिस्ट फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने पाकिस्तानी आतंकवादी नावेद को जिंदा पकडऩे वाले दोनों युवकों के सम्मान समारोह के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित किया जाना जरूरी है।

बिट्टा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवादियों के नाम पर राजनीति हो रही है और वोट बैंक की खातिर आतंकवादियों की सजाओं को माफ करने की गुहार लगाई जा रही है। पाकिस्तान से भेजे गए जिंदा आतंकवादी नावेद को पकडऩे वाले राकेश कुमार शर्मा और विक्रमजीत ने कहा कि आतंकवादी को पकडऩे के बाद उन्हें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गई है।

पंजाग में हुए आतंकी हमले में जिंदा आतंकी नावेद को पकडऩे के वाले राकेश कुमार शर्मा (24) और विक्रम जीत (33) को सम्मानित करने के लिए एंटी टैरैरिस्ट फं्रट ने सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर एंटी टैरेरिस्ट फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने उन्हें शेर दिल कार्य करने पर 2 स्मृति चिन्ह और 50-50 हजार रुपए के चैक भेंट कर सम्मानित किया।

शिमला में आयोजित सम्मान समारोह के अवसर पर एंटी टैरेरिस्ट फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने कहा कि वह आतंकवादी को बिना हथियार के जिंदा पकडऩे वाले दोनों युवकों को विश्वविद्यालयों व कालेज के छात्रों से मिला रहे हैं जिससे युवाओं में जोश आए और वे भी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो सकें।

सम्मान समारोह के अवसर पर पंडित का कार्य करने वाले राकेश कुमार शर्मा (24) और विक्रमजीत (33) ने कहा कि वे पुलिस की अपेक्षा बॉर्डर पर सेवाएं देना चाहते हैं। नावेद ने उनसे कहा था कि वह हिंदुओं को खत्म करने के लिए आया है और उन्हें मारने में उसे खुशी मिलती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News