श्मशानघाट पहुंच पति से किया वायदा निभाया
punjabkesari.in Wednesday, May 25, 2016 - 09:50 PM (IST)

गोहर: बुधवार को शहीद भूपेंद्र कुमार ठाकुर का पाॢथव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचने से पूरा गांव मातम में डूब गया। परिजनों में शहीद की पत्नी नीतू, बेटी भानुप्रिया और बेटे हिमांशु को छोड़कर माता नागण, पिता गौरीशंकर, दादा नरोत्तम और दादी देवकी का रो-रो कर बुरा हाल था। बेटी, बेटे और पत्नी ने बहादुरी दिखाकर हजारों लोगों के सामने पाॢथव शरीर घर पहुंचने पर एक आंसू नहीं बहाया मगर तीनों घुट जरूर रहे थे। माता नागण अपने बेटे को रो-रो कर पुकार रही थी।
शहीद की पत्नी नीतू ने अंतिम शवयात्रा में श्मशानघाट पहुंच पति के शव को सैल्यूट मारकर अपने पति से किए गए वायदे को निभाया। शहीद भूपेंद्र ने अपनी पत्नी से कहा था कि अगर उसे कुछ हो गया तो वह अंतिम समय तक उसके साथ रहे। शहीद की कवर पर लिपटा तिरंगा जब सेना के अधिकारियों ने राजकीय सम्मान के साथ पत्नी नीतू को सौंपा तो नीतू श्मशानघाट पर अपने आंसू नहीं रोक पाई और फूट-फूट कर रोई। शहीद की शहादत पर बुधवार को चैलचौक, गोहर और गणई बाजार शोक में बंद रहे। बग्गी, चैलचौक और मौवीसेरी में भी शहीद भूपेंद्र के पाॢथव शरीर का लोगों ने फूलों से स्वागत किया।
बच्चों को भी बनाऊंगी फौजी
शहीद की पत्नी नीतू देवी ने कहा कि उन्हें अपने पति की शहादत पर गर्व है और वह अपने बच्चों को भी सेना में भर्ती करवाएंगी। शहीद के पिता गौरीशंकर और माता नागण देवी भी अपने बेटे की शहादत पर नम आंखों से गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।