दलाईलामा पहुंचे लद्दाख, एक महीने तक करेंगे प्रवास; अनुयायियों में उत्साह की लहर
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 06:36 PM (IST)

धर्मशाला (नितिन): तिब्बती आध्यात्मिक गुरु 14वें दलाईलामा शनिवार सुबह करीब 11 बजे लेह पहुंचे। 2 साल के अंतराल के बाद यह उनकी बहुप्रतीक्षित लद्दाख यात्रा है, जिसे लेकर क्षेत्र में गहरी आध्यात्मिक ऊर्जा और उत्साह का वातावरण है। हजारों अनुयायियों की निगाहें उस क्षण पर टिकी थीं, जब दलाईलामा भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से लेह हवाई अड्डे पर उतरे।
इस यात्रा की शुरुआत सुबह मैक्लोडगंज से हुई, जहां से दलाईलामा कांगड़ा हवाई अड्डा पहुंचे और फिर वहां से वायुसेना के विमान से लेह के लिए रवाना हुए। लेह आगमन पर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनका भव्य स्वागत किया। रंग-बिरंगे परिधानों, मंत्रोच्चार और लोकवाद्यों की ध्वनि के बीच यह स्वागत दृश्य बेहद भावुक करने वाला था।
दलाईलामा अपने एक महीने के प्रवास के दौरान लेह स्थित शिवा त्सेल फोदरंग में ठहरेंगे। इस अवधि में उनके कई सार्वजनिक प्रवचन, आशीर्वाद समारोह और व्यक्तिगत मुलाकातें आयोजित की जाएंगी, जिनमें देश-विदेश से हजारों अनुयायियों के शामिल होने की संभावना है।
हाल ही में 6 जुलाई को दलाईलामा ने अपना 90वां जन्मदिन मनाया था। इस अवसर पर उन्होंने करुणा, शांति और सह-अस्तित्व का संदेश देते हुए कहा था कि “एक शांतिपूर्ण दुनिया की नींव एक करुणामय हृदय में होती है।”
दलाईलामा की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब उनके उत्तराधिकारी को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चाएं जोरों पर हैं। इस पर दलाईलामा के कार्यालय की ओर से एक बयान भी सामने आया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि उत्तराधिकारी तय करने का अधिकार केवल दलाईलामा और उनकी संस्था के पास है। यह बयान चीन के संभावित हस्तक्षेप पर एक सधे हुए जवाब के रूप में देखा जा रहा है।